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अंक
ई० सन् १९५० १९८१ १९७७
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श्रमण : अतीत के झरोखे में लेख सौन्दर्य का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण हिंसा-अहिंसा का जैनदर्शन हेमचन्द्राचार्य की साहित्य साधना मोहन रत्नेश तर्क प्रधान संस्कृत वाङ्मय के आदि प्रेरक : सिद्धसेन दिवाकर महाकवि जिनहर्ष और उनकी कविता मुकुलराज मेहता जैनधर्म : निर्जरा एवं तप मुनिलाल जैन महातपस्वी श्री निहालचन्द जी बैलून में - मैक्स एडालोर एम०के० भारिल्ल यह अगस्त का महीना मंगलदेव शास्त्री जैन दर्शन की देन भगवान् महावीर : एक श्रद्धांजलि भगवान् महावीर की महामानवता भारतीय संस्कृति
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