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लेख
अपभ्रंश साहित्य : उपलब्धियाँ और प्रभाव अपने को जानिये
आचार्य हेमचन्द्र और उनकी साहित्यिक मान्यताएँ इतिहास की पुनरावृत्ति- यथार्थ दर्शन एक प्रतिक्रिया
कवि वीर और उनका जंबूसामिचरिउ
क्रांतिदर्शी महावीर
'जी'
की आत्मकथा
जैन तीर्थंकर और भिल्ल प्रजाति
जैन
तीर्थंकर और दुःखवाद तीर्थंकर महावीर
दशरूपक का एक अपभ्रंश दोहा : कुछ तथ्य
पउमचरिउ और रामचरितमानस: एक तुलनात्मक अध्ययन पउमचरिउ में नारी
पउमचरिउ परम्परा, संदर्भ और शिल्प
पर्युषण : आत्म चिन्तन से सामाजिक चिन्तन की ओर
दर्शन और भक्ति : एक थीसिस
श्रमण : अतीत के झरोखे में
वर्ष
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अंक
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१
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६
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ई० सन्
१९६०
१९५३
१९६०
१९५१
१९६७
१९६८
१९६४
१९५६
१९७१
१९६४
१९७२
१९७८
१९८१
१९७२
१९७३
१९७१
१९६१
पृष्ठ
२१-२५
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२२-२६
३४-३६
३५
८
९-११
१५-१७
२५-२७
३-८
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