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वर्ष
अंक
Jain Education International
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ई० सन् १९७७ १९७७
पृष्ठ ३-८ ९-१४
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श्रमण : अतीत के झरोखे में लेख
लेखक संस्कृत साहित्य में अभ्युदय नामन्त जैन काव्य श्री जयकुमार जैन विपाकसूत्र के आख्यान : एक विहंगावलोकन श्री जमनालाल जैन तर्कप्रधान संस्कृत वाङ्मय के आदि प्रेरक : सिद्धसेन दिवाकर
श्री मोहन रत्नेश मेघविजय के समस्यापूर्ति काव्य
श्री श्रेयांसकुमार जैन * जैन दर्शन में समता
श्री अभयकुमार जैन चित्तौड़ का जैन कीर्तिस्तम्भ
श्री भूरचन्द जैन आगमिक प्रकरण
डॉ० मोहनलाल मेहता जैन दर्शन
श्री उदय मुनि आचेलक्य कल्प-एक चिन्तन
श्री रमेशमुनि शास्त्री दशाश्रुतस्कन्ध के विविध संस्करण एवं टीकाएं श्री अगरचन्द नाहटा पार्श्वनाथचरित में राजनीति और शासन-व्यवस्था श्री जयकुमार जैन प्राचीन जैन तीर्थ ओसियाँ
श्री भूरचन्द जैन उत्तराध्ययन : नामकरण व कर्तृव्य
श्री देवेन्द्रमुनि शास्त्री क्या ‘रूपकमाला' नामक रचनाएँ अलंकार शास्त्र सम्बन्धी हैं ? श्री अगरचन्द नाहटा जैनकला विषयक साहित्य
डॉ० ज्योतिप्रसाद जैन Origin and Development of Tirthankara Images Dr. Harihar Singh योग का जनतन्त्रीकरण
प्रो० श्रीरंजन सूरिदेव
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