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· मनोनिग्रह
गुणरत्न, संवत्सर तप.
लप दिन
सर्व दिन
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_____२० / २ / २ / २ / २ / २ / २ / २ / २ / २ / २ /१० ३०
यावत्कधिक अनशन के दो भेद हैं--(१) चारों प्रकार के आहार का जीवन पर्यन्त त्याग करना धीर (२) आहार के साथ शरीर का भी त्याग कर, हिलनाचलना चादि बंद करके, एक ही प्रासन से जीवन पर्यन्त बैठे रहना । पहले को भक्त प्रत्यास्पान भगशन करते हैं और दूसरे का नाम पादोपगमन अनशन है।