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२८. ३८. १९] हिन्दी अनुवाद
२३१ घसा-इन शब्दोंके द्वारा उसने भरतके पुत्र अकीतिका मत्सर और मान दूर कर दिया तथा सुलोचनाको बहन लक्ष्मीवतीसे उसका विवाह कर दिया।
इस प्रकार प्रेमठ महापुरुषों के गुणाकारोंसे युक्त इस महापुराणमें महाकवि पुष्पदन्त द्वारा शिरचित एवं महामग्य भरत बारा अमुमत इस काम्बका मुलोचना स्वयंवर
वर्णन नामका बहाईसवाँ भन्याव समास हुभा ॥१४॥
मार्गदर्शक :- आचार्य श्री अविहिासागरजी महाराज