Book Title: Kusumvati Sadhvi Abhinandan Granth
Author(s): Divyaprabhashreeji
Publisher: Kusumvati Abhinandan Granth Prakashan Samiti Udaipur
View full book text
________________
वन्दन शत-शत बार
अभिनन्दन के पुण्य पलों में श्रमणी परम्परा की दिव्य ज्योति
युग-युग जीवें महासती शुभाशीर्वचन एक महान जीवन गौरव
सद्गुण गुलदस्ता कुसुमवती जी म० ऊर्जस्वल व्यक्तित्व एक ज्योतिर्मय व्यक्तित्व
श्रद्धा के दो बोल
जीवेम शरदः शतम्
सरलता की मूर्ति
गुणों की खान
आगर
के अभिनन्दन योग्य व्यक्तित्व
शुभकामना
श्रद्धाचन
श्रमणी उपवन का दिव्य 'कुसुम'
पुष्कर तीर्थ के कमल शत-शत वन्दन अभिनन्दन साधना की ज्योतिर्मय मूर्ति
शासन प्रभाविका आंखों देखा यथार्थ साधना में खिलता कुसुम एक पल्लवित - सुरभित कुसुम
!
Jain Education International
(
____वंदन—अभिनन्दन सद्गुणों का आज अर्जन साक्षात्कार के स्वर्णिम क्षण अविस्मरणीय साक्षात्कार
२१ )
- उपप्रवर्तक राजेन्द्र मुनि जी
- भगवतो मुनि 'निर्मल'
- उपप्रवर्तक प्रेम मुनि जी
- दिनेश मुनि
- नरेश मुनि जी
- उदय मुनि 'जैन सिद्धान्ताचार्य'
- पं० श्री हीरामुनि जी 'हिमकर'
- साध्वी हर्ष प्रभा
- श्री गणेश मुनि शास्त्री
- श्री जिनेन्द्र मुनि 'काव्यतीर्थ' - श्रमण विनय कुमार 'भीम' - महासती श्री शीलकुंवर जी म० - महासती श्री पुष्पवती जी
- परम विदुषी चांदकुंवर जी म० सा० - उपप्रवर्तिनी साध्वी श्री कौशल्या जी म० - विदुषी साध्वी उमराव कुंवर जी
'अर्चना'
- साध्वी दिव्यप्रभा (एम. ए., पी-एच. डी. ) - साध्वी अक्षय ज्योति 'साहित्यरत्न' - साध्वी संघमित्रा जी - साध्वी मुक्तिप्रभा - साध्वी प्रकाशवती
- साध्वी सत्यप्रभा
- साध्वो रुचिका - साध्वी राजश्री
- डॉ० प्रभाकुमारी 'कुसुम' - डॉ० सुशील जैन 'शशि'
— जैन साध्वी मधुबाला 'सुमन' - साध्वी गरिमा, एम० ए० - साध्वी निरुपमा - साध्वी गरिमा एम० ए०
साध्वीरत्न कुसुमवती अभिनन्दन ग्रन्थ
For Private & Personal Use Only
२०
२२
२६
२३
२४
२६
२७
२७
२८
२६
३०
OF
३१
३२
३२
३३
३४
३६
३७
२८
३८
३६
४०
४२
ढे के है रे च
४३
૪૪
४५
४६
४७
७१
www.jainelibrary.org