Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 01 Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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तृतीय बहुवक्तव्यतापद ]
[ २७७
२७७. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा नेरइया तेलोक्के १, अहेलोकतिरियलोए असंखेज्जगुणा २, अलोए असंखेज्जगुणा ३ |
[२७७] क्षेत्र की अपेक्षा से १. सबसे थोड़े नैरयिकजीव त्रैलोक्य में हैं, २. ( उनसे ) अधोलोक - तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ३. ( और उनसे भी) अधोलोक में असंख्यातगुणे हैं।
२७८. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तिरिक्खजोणिया उड्डलोयतिरियलोए १, अहेलोयतिरियलोए विसेसाहिया २, तिरियलोए असंखेज्जगुणा ३, तेलोक्के असंखेज्जगुणा ४, उड्डलोए असंखेज्जगुणा ५, अधेलोए विसेसाहिया ६ ।
(२७८) क्षेत्र की अपेक्षा से १. सबसे अल्प तिर्यंचयोनिक ( पुरुष ) ऊर्ध्वलोक - तिर्यक्लोक में हैं, २. (उनसे) विशेषाधिक अधोलोक - तिर्यक्लोक में हैं, ३. ( उनसे ) तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणे हैं, ५. ( उनकी अपेक्षा ) ऊर्ध्वलोक में असंख्यातगुणे हैं, ६. (और उनसे भी) अधोलोक में विशेषाधिक हैं।
२७९. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ तिरिक्खजोणिणीओ उड्डलोए १, उड्डलोयतिरियलोए असंखज्जेगुणाओ २, तेलोक्के संखेज्जगुणाओ ३, अधेलोयतिरियलोए संखेज्जगुणाओ ४, अधेलो, संखेज्जगुणाओ ५, तिरियलोए संखेज्जगुणाओ ६।
[२७९] क्षेत्र के अनुसार १. सबसे कम तिर्यंचनी ( तिर्यंचस्त्री ) ऊर्ध्वलोक में हैं, २. ( उनसे ) ऊर्ध्वलोक-तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणी हैं, ३. ( उनसे ) त्रैलोक्य में संख्यातगुणी हैं, ४. ( उनसे ) अधोलोक-तिर्यक्लोक में संख्यातगुणी हैं, ५. ( उनसे) अधोलोक में संख्यातगुणी हैं, ६ . ( और उनसे भी) तिर्यक्लोक में संख्यातगुणी हैं।
२८०. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ मणुस्सा तेलोक्के १, उड्डलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा २, अधोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणा ३, उड्ढलोए संखेज्जगुणा ४, अधेलोए संखेज्जगुणा ५, तिरियलोए संखेज्जगुणा ६ ।
[ २८०] क्षेत्र के अनुसार १. सबसे थोड़े मनुष्य त्रैलोक्य में हैं, २. ( उनसे ) ऊर्ध्वलोक तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ३. ( उनसे ) अधोलोक - तिर्यक्लोक में संख्यातगुणे हैं, ४. ( उनसे ) ऊर्ध्वलोक में संख्यातगुण हैं, ५ . ( उनसे ) अधोलोक में संख्यातगुणे हैं, ६ . ( और उनसे भी ) तिर्यक्लोक में संख्यातगुणे
हैं।
२८१. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवाओ मणुस्सीओ तेलोक्के १, उड्डलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणाओ २, अधोलोयतिरियलोए संखेज्जगुणाओ ३, उड्डलोए संखेज्जगुणाओ ४, अधेलोए संखेज्जगुणाओ ५, तिरियलोए संखेज्जगुणाओ ६ ।
[ २८१] क्षेत्र के अनुसार १. सबसे थोड़ी मनुष्यस्त्रियाँ ( नारियाँ) त्रैलोक्य में हैं, २. ऊर्ध्वलोक