Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 01 Stahanakvasi
Author(s): Shyamacharya, Madhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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तृतीय बहुवक्तव्यतापद]
[२८१ अधोलोयतिरियलोए विसेसाहिया २, तिरियलोए असंखेज्जगुणा ३, तेलोक्के असंखेज्जगुणा ४, उड्डलोए असंखेज्जगुणा ५, अहोलोए विसेसाहिया ६।
[२९४] क्षेत्र की अपेक्षा से १. एकेन्द्रिय-पर्याप्तक सबसे थोड़े ऊर्ध्वलोक्-तिर्यक्लोक में हैं, २. (उनसे) अधोलोक-तिर्यक्लोक में विशेषाधिक हैं, ३. (उनसे) तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणे हैं, ५. (उनसे) ऊर्ध्वलोक में असंख्यातगुणे हैं और ६. (उनसे भी) अधोलोक में विशेषाधिक हैं। ___ २९५. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया उड्डलोए १, उड्डलोयतिरियलोए असंखेजगुणा २, तेलोक्के असंखेज्जगुणा ३, अधेलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा ४, अधेलोए संखेज्जगुणा ५, तिरियलोए संखेन्जगुणा ६।
[२९५] क्षेत्र की अपेक्षा से १. सबसे कम द्वीन्द्रिय जीव ऊर्ध्वलोक में हैं, २. (उनसे) ऊर्ध्वलोकतिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनसे) अधोलोकतिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ५. (उनसे)अधोलोक में संख्यातगुणे हैं, ६, (और उनसे भी) तिर्यक्लोक में संख्यातगुणे हैं।
२९६. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया अपज्जत्तया उड्डलोए १, उड्डलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा २, तेलोक्के असंखिज्जगुणा ३, अधेलोयतिरियलोए असंखिज्जगुणा ४, अधोलोए संखेजगुणा ५, तिरियलोए संखेज्जगुणा ६।
___ [२९६] क्षेत्र की अपेक्षा से १. सबसे अल्प द्वीन्द्रिय-अपर्याप्तक जीव ऊर्ध्वलोक में हैं, २. (उनसे) ऊर्ध्वलोक-तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनकी अपेक्षा) अधोलोक-तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ५. (उनसे)अधोलोक में संख्यातगुणे हैं, ६, और (उनसे भी). तिर्यक्लोक में संख्यातगुणे हैं।
२९७. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा बेइंदिया पज्जत्तया उड्डलोए १, उड्डलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा २, तेलोक्के असंखिज्जगुणा ३, अधोलोयतिरियलोए असंखेज्जगुणा ४, अधेलोए संखेज्जगुणा ५, तिरियलोए संखेज्जगुणा ६।
। [२९७] क्षेत्र की अपेक्षा से १. सबसे थोड़े द्वीन्द्रिय-पर्याप्तक जीव ऊर्ध्वलोक में हैं, २. (उनसे) ऊर्ध्वलोक-तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ३. (उनसे) त्रैलोक्य में असंख्यातगुणे हैं, ४. (उनकी अपेक्षा) अधोलोक-तिर्यक्लोक में असंख्यातगुणे हैं, ५. (उनसे)अधोलोक में संख्यातगुणे हैं, ६, और (उनसे भी) तिर्यक्लोक में संख्यातगुणे हैं।
२९८. खेत्ताणुवाएणं सव्वत्थोवा तेइंदिया उड्डलोए १, उड्डलोयतिरियलोए असंखेजगुणा २, तेलोक्के असंखेजगुणा ३, अधेलोयतिरियलोए असंखेजगुणा ४, अधेलोए संखेज्जगुणा ५, तिरियलोए संखेन्जगुणा ६।