Book Title: Agam 03 Thanam Taiam Angsuttam Mulam PDF File
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 19
________________ अवराजिताओ दो अवराओ दो असोयाओ दो विगयसोगाओ दो वियजाओ दो वेजयंतीओ दो जयंतीओ दो अपराजियाओ दो चक्कप्राओ दो खग्गपुराओ दो अवज्झावओ दो अउज्झाओ दो भद्दसालवणा दो नंदणवणा दो सोमणसवणा दो पंडगवणाई दे पंड्कंबलसिलाओ दो अतिपंड्कंबलसिलाओ दो रत्तकंबलसिलाओ दो अइरत्तकंबलसिलाओ दो मंदरा दो मंदरचलिआओ, घायइसंडस्स णं दीवस्स वेदिया दो गाउयाई उड्ढमच्चत्तेणं पण्णत्ता । [९७] कालोदस्स णं समुदस्स वेइया दो गाउयाइं उड्ढे उच्चत्तेणं पण्णत्ता । पक्खरवरदीवड्ढ पुरत्थिमद्धे णं मंदरस्स पव्वयस्स उत्तर-दाहिणे णं दो वासा पण्णत्ता-बहसमतुल्ला जाव तं जहा- भरहे चेव एरवए चेव तहेव जाव दो कुराओ पण्णत्ताओ-देवकुरा चेव उत्तरकुरा चेव, तत्थ णं दो महतिमहालया महद्दमा पण्णत्ता तं जहा- कूडसामली चेव पउमरुक्खे चेव, देवा-गरुले चेव वेणुदेवे पउमे चेव, जाव छव्विहंपि कालं पच्चणुभवमाणा विहरति । पक्खरवरदीवड्ढपच्चत्यिमद्धे णं मंदरस्स पव्वयस्स उत्तर-दाहिणेणं दो वासा पण्णत्तातहेव णाणत्तं कूडसामली चेव महापउमरुक्खे चेव, देवा-गरुले चेव वेणुदेवे पुंडरीओ चेव, ठाणं-२. उद्देसो-३ पुक्खरवरदीवड्ढे णं दीवे दो भरहाइं दो एरवयाइं जाव दो मंदरा दो मंदरचूलियाओ, पुक्खरवरस्स णं दीवस्स वेइया दो गाउयाई उड्ढमच्चत्तेणं पण्णत्ता, सव्वेसिपि णं दीवसमद्दाणं वेदियाओ दो गाउयाई उड्ढमुच्चत्तेणं पण्णत्ताओ। [९८] दो असुरकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- चमरे चेव बली चेव, दो नागकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- धरणे चेव भूयाणंदे चेव, दो सुवण्णकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- वेणुदेवे चेव वेणुदाली चेव, दो विज्जुकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- हरिच्चेव हरिस्सहे चेव, दो अग्गिकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- अग्गिसिहे चेव अग्गिमाणवे चेव, दो दीवकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- पुण्णे चेव विसिढे चेव, दो उदहिकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- जलकंते चेव जलप्पभे चेव, दो दिसाकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- अमियगती चेव अमितवाहणे चेव, दो वायुकुमारिंदा पण्णत्ता तं जहा- वेलंबे चेव पभंजणे चेव, दो थणियकुमारिंदा पन्नत्ता तं जहा- घोसे चेव महाघोसे चेव, दो पिसाइंदा पण्णत्ता तं जहा- काले चेव महाकाले चेव, दो भूइंदा पण्णत्ता तं जहा- सुरूवे चेव पडिरूवे चेव, दो जक्खिंदा पण्णत्ता तं जहा- पुण्णभद्दे चेव माणिभद्दे, चेव दो रक्खसिंदा पण्णत्ता तं जहा- भीम चेव महाभीमे चेव, दो किन्नरिंदा पण्णत्ता तं जहा- किन्नरे चेव किंपरिसे चेव, दो किंपरिसिंदा पण्णत्ता तं जहा- सपरिसे चेव महापरिसे चेव, दो महोरगिंदा पण्णत्ता तं जहा- अतिकाए चेव महाकाए चेव, दो गंधव्विंदा पण्णत्ता तं जहा- गीतरती चेव गीयजसे चेव, दो अणपण्णिंदा पण्णत्ता तं जहासण्णि-हिए चेव सामण्णे चेव, दो पणपण्णिंदा पण्णत्ता तं जहा- धाए चेव विहाए चेव, दो इसिवाइंदा पण्णत्ता तं जहा- इसिच्चेव इसिवालए चेव, दो भूतवाइंदा पण्णत्ता तं जहा- इस्सरे चेव महिस्सरे चेव, दो कंदिदा पण्णत्ता तं जहा- सुवच्छे चेव विसाले चेव, दो महाकंदिदा पण्णत्ता तं जहा हस्से चेव हस्सरती चेव, दो कुंभंडिंदा पण्णत्ता तं जहा- सेए चेव महासेए चेव, दो पतइंदा पण्णत्ता तं जहा- पत्तए तेव पतयवई चेव, जोइसियाणं देवाणं दो इंदा पण्णत्ता तं जहा- चंदे चेव सरे चेव । [मुनि दीपरत्नसागर संशोधित:] [18] [३-ठाण]

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