Book Title: Agam 03 Thanam Taiam Angsuttam Mulam PDF File Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: DeepratnasagarPage 28
________________ [१४८] तिविहा जोणी प० तं०- सीता उसिणा सीओसिणा एवं एगिंदियाणं विगलिंदियाणं तेउकाइयवज्जाणं समुच्छिमपंचिदियतिरिक्खजोणियाणं समुच्छिममणुस्साणं य । तिविहा जोणी पण्णत्ता तं जहा- सचित्ता अचित्ता मीसिया एवं- एगिदियाणं विगलिंदियाणं संमच्छिमपंचिदियतिरिक्ख जोणियाणं संमच्छिममणस्साणं य ।। तिविहा जोणी पण्णत्ता तं जहा- संवुडा वियडा संवुडवियडा | तिविहा जोणी पन्नता तं जहा- कुम्मुण्णया संखावत्ता वंसीवत्तिया, कुम्मुण्णया णं जोणी उत्तमपुरिसामाऊणं, कुम्मुण्णयाते णं जोणिए तिविहा उत्तमपुरिसा गब्भं वक्कमंति तं जहा- अरहंता चक्कवट्टी बलदेववासुदेवा, संखावत्ता णं जोणी इत्थीरयणस्स, संखावत्ताए णं जोणीए बहवे जीवा य पोग्गला य वक्कमंति विउक्कमति चयंति उववज्जति नो चेव णं निप्फज्जति वंसीवत्तिता णं जोणी पिहज्जणस्स, वंसीवत्तिताए णं जोणिए बहवे पिहज्जणा गब्भं वक्कंमति । [१४९] तिविहा तणवणस्सइकाइया पण्णत्ता तं जहा- संखेज्जजीविका असंखेज्जजीविका अनंतजीविका । [१५०] जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे तओ तित्था पण्णत्ता तं जहा- मागहे वरदामे पभासे, एवंएरवएवि, जंबुद्दीवे दीवे महाविदेहे वासे एगमेगे चक्कवट्टिविजये तओ तित्था पण्णत्ता तं जहा- मागहे वरदामे पभासे, एवं- घायइसंडे दीवे पुरत्थिमद्धेवि पच्चत्थिमद्धेवि पुक्खरवरदीवद्धे-पुरत्थिमद्धेवि पच्चत्थिमद्धेवि । ___ [१५१] जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवएसु वासेसु तीताए उस्सप्पिणीए सुसमाए समाए तिण्णि सागरो वमकोडाकोडीओ काले होत्था एवं ओसप्पिणीए नवरं पन्नत्ते, आगमिस्साते उस्सीप्पणीए भविस्सति, एवंघायइसंडे पुरत्यिमद्धे पच्चत्थिमद्धे वि, एवं-पुक्खरवरदीवद्धे पुरत्थिमद्धे पच्चत्थिमद्धेवि कालो भाणियव्वो । जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवएसु वासेसु तीताए उस्सप्पिणीए सुसमसुसमाए समाए मण्या तिण्णि गाउयाई उड्ढं उच्चत्तेणं होत्था, तिण्णि पलिओवमाइं परमाउं पालइत्था, एवं-इमीसे ओसप्पिणीए आगमिस्साए उस्सप्पिणीए, जंबुद्दीवे दीवे देवकुरुउत्तरकुरासु मणुया तिण्णि गाउआई उड्ढं उच्चत्तेणं पण्णत्ता, तिण्णि पलिओवमाइं परमाउं पालयंति, एवं जाव पुक्खरवरदीवद्धपच्चत्थिमः । ठाणं-३, उद्देसो-१ जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवएसु वासेसु एगमेगाए ओसप्पिणि-उस्सप्पिणीए तओ वंसाओ उप्पज्जिंस वा उप्पज्जंति वा उप्पज्जिस्संति वा तं जहा- अरहंतवंसे चक्कवडिवंसे दसारवंसे, एवं जाव पुक्खरवरदीवद्धपच्चत्थिमद्धे । जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवएसु वासेसु एगमेगाए ओसप्पिणी-उस्सप्पिणीए तओ उत्तमपुरिसा उप्पज्जिंस् वा उप्पज्जति वा उप्पज्जिस्संति वा तं जहा- अरहंता चक्कवट्टी बलदेव-वासुदेवा, एवं जाव पुक्खरवरदीवद्धपच्चत्यिमद्धे, तओ आहाउयं पालयंति तं जहा- अरहंता चक्कवट्टी बलदेववासुदेवा, तओ मज्झिममाउयं पालयंति तं जहा- अरहंता चक्कवट्टी बलदेववासुदेवा । [१५२] बायरतेउकाइयाणं उक्कोसेणं तिण्णि राइंदियाई ठिती पण्णत्ता | बायरवाउकाइयाणं उक्कोसेणं तिण्णि वाससहस्साई ठिति पण्णत्ता । [मुनि दीपरत्नसागर संशोधित:] [27] [३-ठाण]Page Navigation
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