________________ यश. द्वितीय प्रकरण. यज्ञ NAGDA सरी सब धार्मिक क्रियाओं से यज्ञ क्रिया को ॐद प्रत्येक धर्म में अधिक महत्व का स्थान दिया SHOOTS जाने से हम प्रथम यज्ञों की उत्पत्ति उन का मूल स्वरूप तथा उन में हुए परिवर्तन तथा उनके भिन्न भिन्न प्रकारों का निरीक्षण करें / प्राचीन काल से मनुष्यों ने यज्ञ को देवताओं के साथ संबंध रखने, ताज़ा करने तथा निभाने का साधन मान रख है। उसी प्रकार देवताओं के प्रति संसर्ग रखने का साधनरूप भी यज्ञ को ही गिना गया है। यद्यपि बौद्ध धर्म, इस्लाम धर्म और ईसाई धर्म में यज्ञों का प्रचार देखने में नहीं आता तथापि धार्मिक इतिहास पर से इतना तो निश्चित जाना जाता है कि प्राचीन धर्मों के संशोधन परीवर्तन के रूप में इन धर्मों को माना जाता है कि प्राचीन धम्मों में यज्ञों का प्रचार था और वहां यज्ञों को महत्व पूर्ण समझा जाता था। इन यज्ञों से प्रत्येक समाज अपने देवताओं की समीपता प्राप्त कर और उनके संसर्ग में रह सकता, ऐसे यज्ञों को सार्व