________________ तुलनात्मक धर्म विचार. 63 धर्म की भावना प्रबल होने से जादु और धर्मका परस्पर विरोध था और ऐसा प्रगट भी किया गया था तो भी बैबिलोन में जादु का मूल मिसर देश जितना ही गहरा गया था और यद्यपि बैबिलोन में धार्मिक भावना का प्राबल्य दीख पड़ता था तो भी यह भावना जादु को निकाल नहीं सकी परन्तु मात्र उसका समाधान करने को ही समर्थ थी, असीरिया की उन्नति के समय तक इस विचारने जादु को निकाल देने के लिए सामर्थ्य नहीं पाया था। _ बैबिलोन में जादु और धर्म के बीच का समाधान बहुत रोचक है / धर्म और देवताओंको दूर रख कर जादु की निवृत्ति प्रतिकाररूपी जादु से कर सकते हैं और जादुगर का अर भूत निकालनेवाले (स्याने ) पर नहीं हो सकेगा इस धारणा पर वहां समाधान हुआ है। स्याने का कार्य प्रतिकाररूपी जादु ढूंडने का था। वैबिलोनिया में जादु का असर दूर करने के लिए मुख्यतया पानी का उपयोग किया जाता था और पानी जादु के अ र वाले मनुष्य को शुद्ध करता तथा जादु के असर को धो डालता इस के अतिरिक्त अग्नि को भी इसी काम में लाते जो अग्नि दूसरी अशुद्धियों तथा मलों की तरह जादु के असर को भी साफ कर देता और जला देता उस आग की बीमार आदमी के बिस्तरे के पास एक अंगीठी रखी जाती और जादु का असर जलकर नाश होता और भड़ाके में जल