________________ तुलनात्मक धम्मविचार. मृत मनुष्य को आवश्यकता पड़े उतनी सामग्री उस के. मुडदे के साथ कबर में रखने का रिवाज इन तीनों देशों में / प्रचलित था और मृत मनुष्य का पुनरागमन न हो इस लिए. ऐसा किया जाता था। वह चला जाए और सर्वदा के लिए, दूर रहे ऐसी इच्छा की जाती थी। इस उद्देश्य को फलीभूत करने के लिए एक दूसरा रिवाज कई जंगली प्रजाओं में देखने में आता है और वह कुछ अंश में चीन में भी देखने में आता है / मुड़दे को दबाने की क्रियासे भी यह रिवाज प्राचीन हो ऐसा प्रतीत होता है। / जंगली प्रजाओं में केवल मृत मनुष्य का घर तथा उस की खुद की सब जायदाद छोड़ कर चले जाने का रिवाज था। चीन में भी अब जिस घर में मृत्यु होती है उस घर को छोड़ जाने का लोगों में रिवाज है। प्राचीन काल में तो उस घर को वास्तव में थोड़े समय के लिए छोड़ कर चले जाते और प्रथम कभी ऐसा भी होगा कि उस घर को हमेशा के लिए छोड़ कर चले जाते होंगे। मृत मनुष्यों के घर को तथा उसकी मल्कियत को त्याग दिया जाता होगा कि उस के साथ दबा दिया या जला दिया जाता होगा, तो भी उस का उद्देश्य केवल इतना ही था कि मृत मनुष्य को लौटने के लिए कोई बहाना न मिले। इस प्रकार छोडी हुई वस्तुएं, मृत को दी गई बलि के रूप में