Book Title: Samveg Rangshala
Author(s): Padmvijay
Publisher: NIrgranth Sahitya Prakashan Sangh

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Page 20
________________ २१० २११ २१३ .... २२२ २३२ ( iii ) दसवाँ त्याग द्वार सहस्रमल्ल की कथा ग्यारहवा मरण विभक्ति द्वार ... मरण के १७ भेद २१३ जयसुन्दर और सोमदत्त की .. कथा २१५ उदायी राजा को मारने वाले की कथा २१८ भक्त परीक्षा मरण द्वार २१६ इगिनी मरण २२० पादपोप गमण-मरण २२१ बारहवाँ अधिगत मरण द्वार सुन्दरीनंद कथा २२५ पण्डित मरण की महीमा २२६. तेरहवां श्रेणी द्वार स्वयं भूदत्त की कथा ... चौदहवां भावना द्वार । कौत्कुच्च भावना २३७ किल्विष भावना २३७ आभियोगिक भावना २३८ आसुरिक भावना २३८ संमोह भावना २३६ प्रशस्त भावना २३६ मुनि की कथा २४० धैर्य बल भावना २४१ आर्य महागिरी का प्रबन्ध २४१ एलकाक्ष नगर का इतिहास २४३ गजान पद पर्वत का इतिहास २४४ पन्द्रहवां संलेखना द्वार .... अनशन तप २४७ उनोदरिका २४८ वृति संक्षेप २४८ रस त्याग २४६ काया क्लेश २५० संलीनता २५० गंगदत्त कथा २५३ द्वितीय परगण संक्रमण मूल द्वार उसमें प्रथम दिशा द्वार आचार्य की भोग्यता २५६ शिवभद्राचार्य का प्रबन्ध २६१ दूसरा क्षामणा द्वार .. आचार्य नयशील सूरि की कथा तीसरा अनुशास्ति द्वार साध्वी और स्त्री संग से दोष २७३ सुकुमारिका की कथा २७४ सिंह गुफावासी मुनि की कथा २७५ प्रवतिनी की अनु__ शास्ति २७७ साध्वियों को अनुशास्ति २७६ वैयावच्य की महिमा २८० शिष्यों की गुरुपति कृतज्ञता २८४ चौथा परागण संक्रमण विधि द्वार पांचवाँ सुस्थित गवेषणा द्वार सुस्थित का स्वरूप २८८ आचारवान् २८८ आधार वान् २८६ व्यवहार वान २६० अपब्रीडक २६०, प्रकृवी २६१ निर्वापक २६१ अपायदर्शक २६२ अपरिश्राबी २६३ २४६ २६३ W W २८५ .. . ... २८८

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