Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

View full book text
Previous | Next

Page 557
________________ जैन श्राविकाओं का बृहद् इतिहास क्र० 3278 3279 3280 3281 3282 3283 3284 3285 3289 3290 3291 3292 3293 3294 3286 1515 3295 3287 1528 3296 3288 1534 3297 3298 संवत् 3299 1561 3300 1530 3301 1501 1524 1517 1511 1536 1519 1533 1522 1510 1506 1517 1507 1506 1510 1528 1534 1515 1517 1535 श्राविका नाम पावी. वरजू ला धांधलदे मूली, ललितादे सीरी, पांतीदे विल्हदे, धीरू मदी Jain Education International वंश / गोत्र हां तिलुश्री माल्हण देवी माल्हणदेवी, लाबू देमति तेजू मी धापू सुहवदेवी, नीनादेवी हीरादेवी, नीनादेवी श्री. श्री. ज्ञा. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. चमकू अमकू श्री. श्री. लाछनदेवी, हमीरदेवी, श्री. श्री. ज्ञा. वयजलदेवी श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. खेतलदेवी, राजलदेवी श्री. श्री. ज्ञा. महिगलदेवी बाहीदेवी श्री. श्री. ज्ञा. लखी, कीमी लाछू देवली साल्हीकेन भावदेवी, हेमला लूणादेवी कपूरदेवी प्रा. ज्ञा. प्रा. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. उप ज्ञा श्री गोत्र श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री ब्रह्माण श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. उपकेष श्री. प्रा. ज्ञा. प्रा. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री उएस वंष प्रेरक / प्रतिष्ठापक गच्छ / आचार्य पिप्पल भट्टारक श्री धर्मप्रभसूर पिप्पल श्री अमरचन्द्रसूरि श्री पूजनसूरि तपा श्री लक्ष्मीसागरसूरि पूर्णिमा श्री मुनिसिंहसूरि पूर्णिमा श्री राज तिलकसूर प्रतिमा निर्माण आदि भ. श्री नमिनाथ जी पिप्पलधर्मषेखरसूरि श्रीपज्जूनसूरि सिद्धांती सोमचन्द्रसूरि पिप्पलधर्मषेखरसूरि खरतर निभद्रसूरि बृहत्तपा ज्ञानसागरसूरि श्री सूरि पूर्णिमा श्री साधुरत्नसूरि श्री विजय सिंह सूरि श्री विजयसिंह सूरि For Private & Personal Use Only संदर्भ ग्रंथ भ. श्री वासुपूज्य जी जै.धा. प्र.ले.स. भ. श्री शीतलनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी जै.धा. प्र.ले.स. भ. श्री सुविधिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री सुमितिनाथ जै. धा.प्र.ले.स. जी पूर्णिमा श्री गुणधीर सूरि भ. श्री श्रेयांसनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री सुविधिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी पिप्पल श्री अमरचन्द्रसूरि भ. श्री शीतलनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी पिप्पल श्री चन्द्रप्रभुसूरि चैत्र श्री ज्ञानदेवसूरि भ. श्री आदिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी तपा श्री लक्ष्मीसागरसूरि भ. श्री शांतिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी नागेन्द्र श्री गुण देवसूरि भ. श्री सुविधिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी | उपकेष श्री कक्कसूरि पिप्पल धर्मषेखरसूरि भ. श्री विमलनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री शीतलनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री शांतिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री श्रेयांनाथ जै.धा.प्र.ले.स. भ. श्री अजितनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री शीतलनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री श्रेयांसनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री शांतिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री सुविधिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री श्रेयांसनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री नमिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री श्रेयांसनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री श्रेयांसनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी पृ. 92 92 121 92 93 93 93 94 76 76 76 77 77 77 77 77 77 79 79 80 80 81 82 83 84 535 www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582 583 584 585 586 587 588 589 590 591 592 593 594 595 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748