Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

View full book text
Previous | Next

Page 705
________________ साध्वी प्रतिभाश्री प्राची' क्र.स. अंक / संवत् Feb Dec 50 51 Feb Dec 52 Feb Dec Jain Education International श्राविका का नाम श्रीमती पुष्पादेवी बोथरा (58 वर्ष) रामपुरहाट श्रीमती भूरीदेवी गोलेछा (97 वर्ष) (बीकानेर) भंवरबाई सूर्या (देवारिया) धर्मपत्नि प्रकाशचंदजी बोथरा (देशनोक निवासी) संथारा संथारा सहित स्वर्गवास स्व० श्री पूनमचंदजी व्रत प्रत्याख्यान सहित | निधन हुआ। गोलेछा श्री ख्यालीलालजी सूर्या (देवरिया) 21 जनवरी को सामायिक में ही देहावसान हो गया। विशेषताएँ For Private & Personal Use Only शीलव्रताराधक सरल स्वभावी 9 उपवास आदि 50 85 वर्षे से सामायिक रात्री चौविहार नियमित रुप से पालन करती थी 1 शीलव्रतराधक सरल स्वभावी 9 उपवास आदि 2 तपस्याएं उन्नीसवें तीर्थंकर मल्लिनाथजी ने गृहस्थावस्था में राजकुमारी मल्लिकुँवरी के रूप में ही अपनी बौद्धिक प्रगल्भता से चोखा परिव्राजिका को तत्वचर्चा के द्वारा प्रभावित किया था। अपने जीवन साथी बनने आए छः विभिन्न देशों के राजा को देह की विनश्वरता का बोध करवाया। फलस्वरूप उन छः राजाओं ने दीक्षा अंगीकार की। 683 www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748