Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 715
________________ जैन श्राविकाओं का बृहद् इतिहास जैन-बौद्ध तुलनात्मक अध्ययन ११८. जैन सुधा "जैन योग और बौद्ध योग का तुलनात्मक अध्ययन लाडनूं: । १६६६, अप्रकाशित नि.-डॉ. राजन कुमार। जैन एवं बौद्ध योग का आलोचनात्मक अध्ययन वाराणसी १६८२ अप्रकाशित । ११६. सांड़ मंगला (दुग्गड़) जैन-वैदिक तुलनात्मक अध्ययन १२०. जैन अल्पना (श्रीमती) १२१. जैन मणि प्रभा "जैन धर्म एवं गीता में कर्म-सिद्धान्त" ग्वालियर, १६६८, प्रकाशित मोदी अशोक कुमार जैन, डॉ. शिवहरे के पास, गणेश कॉलोनी, नया बाजार, लश्कर, ग्वालियर (म. प्र.) आचार्य कुन्द कुन्द का तात्त्विक चिन्तनः प्रमुख उपनिषदों के सन्दर्भ तुलनात्मक अध्ययन। जबलपुर, १६६२, अप्रकाशित नि.-डॉ. विमलप्रकाश जैन। "जैन एवं विशिष्ट अद्वैत दर्शन में जीव का तुलनात्मक अध्ययन इन्दौर"। १६६७, अप्रकाशित नि.-डॉ. वैजामिन खान। १२२. जैन सर्राफ अंजलि जैन राम कथा साहित्य १२३. छाजेड़ अनुपमा १२४. जैन अखिलेश "जैन रामायणों में राम का स्वरूप" इन्दौर २००२, अप्रकाशित नि.-डॉ. पुरुषोत्तम दुबे, इन्दौर। वाल्मीकि रामायण एवं पदमपुराण का साहित्यिक एवं सांस्कृतिक दष्टि से तुल्लात्मक अध्ययन आगरा, १६६४, अप्रकाशित नि.-डॉ. शीला गुप्ता। आचार्य रविषेण कृत पदमपुराण के विद्याधर काण्ड में वर्णित वानर एवं राक्षसवंश दयालबाग, १६६६, अप्रकाशित (टंकित) नि.-डॉ. (श्रीमती) अगम कुलश्रेष्ठ । महाकवि सिंह और उनका पज्जणचरिउ, मगध, १६८१, अप्रकाशित । १२५. जैन ज्योति (कु) . जैन विद्यावती (श्रीमती) जैन विज्ञान एवं गणित १२७. जैन, प्रभा १२८. जैन, आरती ___ १२६. जैन इन्द्रा (श्रीमती) १३०. जैन उषा (श्रीमती) "वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में जैन दर्शनः" चरणानुयोग के विशेष सन्दर्भ में। जबलपुरः ૧૬૬૬ अप्रकाशित नि.-डॉ. के.के. चतुर्वेदीः जबलपुर (म. प्र) जैन साहित्य के परिप्रेक्ष्य में पंडित सदासुखदास जी कासलीवास के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का अनुशीलन । सागर- १६६८, अप्रकाशित। नि-डॉ. आशा लता पाठक, छिन्दवाड़ा (म.प्र.) श्री मद जवाहराचार्यः व्यक्तित्व एवं कृतित्व राजस्थान, १६६०, अप्रकाशित नि.-डॉ. नरेन्द्र भानावत, जयपुर। भैया भगवती दास और उनका साहित्य आगरा, १६७६, प्रकाशित (मित्तल प्रकाशन, नई दिल्ली, १६६३) नि.-डॉ. रामस्वरूप आर्य, बिजनौर (उ. प्र.) जैन दिवाकर मुनि श्री चौथमल जी म. सा., व्यक्तित्व एवं साहित्यिक कृतित्वः एक अध्ययन। इन्दौर: १६६० अप्रकाशित। आचार्य कुन्द कुन्द और उनका समयसार, रीवां, १६६२ए अप्रकाशित। नि.-डॉ. वीरेन्द्रकुमार जैन; छतरपुर असग कवि-: व्यक्तित्व एवं कृतित्व रीवां १६६१ अप्रकाशित। नि.-डॉ. मिथिलाप्रसाद त्रिपाठी आचार्य अमत चन्द्र सूरिः व्यक्तित्व एवं कतित्व सागर, १६८६, अप्रकाशित। नि.-डॉ. भागचन्द्र भागेन्दु, दमोह (म. प्र.) १३१. जैन कुसुमलता १३२. जैन चन्द्रप्रभा (श्रीमती) १३३. जैन प्रतिभा १३४. जैन भारती (श्रीमती) For Private & Personal use only Jain Education International www.jainelibrary.org

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