Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 733
________________ जन श्रावकाआ का बृहद इतिहास स. संक्षिप्त जैन इतिहास ततीय भाग द्वितीय खण्ड सं बाबू कामताप्रसाद जैन अलीगंज एटा वी.सं. २४६४ ३८. | स्टडीज इन जैन आर्ट पी. उमाकांत शाह जैन कल्चरल रिसर्च सोसाइटी बनारस ई. सन् १९५५ खंडेलवाल जैन समाज का बहद् इतिहास. सं डॉ. कस्तूरचंद जी कासलीवाल. जैन इतिहास प्रकाशन संस्थान जयपुर. ई. सन् १९८६ राजस्थान के जैन संत डॉ. कस्तूरचंद जी कासलीवाल श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, श्री महावीर जी, जयपुर वी.नि. २४६३, ई. सन् १९६७ जैन धर्म का प्राचीन इतिहास (भाग २) सं परमानंद शास्त्री रमेश चंद जैन मोटर वाले राजपुर रोड दिल्ली (पी. एस. जैन मोटर कं.) वी. नि. सं. २५०० भट्टारक संप्रदाय सं श्री विद्याधर जोहरापुरकर, जैन सं. संरक्षक संघ, संतोष भवन, फलटण गली, सोलापुर ई. सन्. १६५८ प्राचीन जैन लेख संग्रह भाग-१ सं स्व. श्री विजय धर्म सूरि. श्री यशो विजय श्री ग्रंथमाला, भाव नगर सन् १६२६ वी. सं. २४५५ प्रमुख ऐतिहासिक जैन पुरुष एवं महिलाएं लेखक डॉ. ज्योतिप्रसाद जैन भारतीय ज्ञान पीठ प्रकाशन, नई दिल्ली प्र. सं. १६७५ भारत के स्त्री रत्न, सं मुकुट बिहारी वर्मा, हिन्दी प्रकाशन मंदिर, प्रयाग ई. सन् १६४६ दक्षिण भारत में जैन धर्म पं. कैलाश चंद्र शास्त्री. भारतीय ज्ञान पीठ दिल्ली, कलकत्ता, वाराणसी ई. सन् १६६७ (प्रथम संस्करण) २४८४ आवश्यक नियुक्ति भाग १ और भाग २ हरिभद्रीय वत्ति. भेरूलाल कन्हैयालाल कोठारी धार्मिक ट्रस्ट, वालकेश्वर मुम्बई, वि. सं. २०३८ भरत और भारत, डॉ. प्रेमसागर जैन, श्री कुंद कुंद भारती न्यास १८-बी, स्पेशल इंस्टीट्यूशनल एरिया नई दिल्ली, त. सं. २००० श्री प्रशस्ति संग्रह, पं. के. भुजबल शास्त्री. जैन सिद्धांत भवन, आरा (मध्यप्रदेश) वि. सं. १६६६, प्र. सं. १६४२ ऐतिहासिक लेख संगह पं. लाल चंद भगवान दास गांधी, प्राच्य विद्या मंदिर महाराजा सयाजीराव युनिवर्सिटी, बड़ोदरा वि. सं. २०१६ ई. सन् १९६३ मध्यप्रदेश के दिगंबर जैन तीर्थ (ततीय भाग), बलभद्र जैन. भा. दि. जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी हीराबाग मुम्बई ई. सन् १६७६ | भट्टारकीय ग्रंथ भंडार नागोर पी. सी. जैन राज. वि. वि. जयपुर जैन शिक्षण केंद्र ई. सन् १९७६ | श्री स्वर्णगिरि-जालोर, भंवरलाल नाहटा, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर, बी. जे. फाउंडेशन कलकत्ता ई. सन् १६६५, ३० अगस्त जैन साहित्य का बहद इतिहास - भाग - ७, पं. के. भुजबल शास्त्री पी. वी. एस. वाराणसी ई. सन् १९८१ ५५ | खरतरगच्छ बहद् गुर्वावली, आचार्य जिनविजय मुनि, सिंधी जैन शास्त्र शिक्षापीठ, भारतीय विद्याभवन, मुम्बई, वि. सं. २०१३ ५६ | जैन ग्रंथ भंडार इन जयपुर एण्ड नागपुर, प्रेम चंद जैन. जैन शिक्षण केंद्र, राजस्थान विश्व विद्यालय, जयपुर, ई. सन् १६७८ ५७ | जैनास्कल्पचर्स इन इंडियन एंड वर्ल्ड म्यूजियम्स, शांतीलाल नागर, कलिंगा पब्लिकेशन्ल नई दिल्ली, ई. सन् २००० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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