Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 732
________________ 110 संपूर्ण ग्रंथ की संदर्भ ग्रंथ सूची - जैनाचार्य श्री आत्मानंद जन्म शताब्दी स्मारक ग्रंथ मोहनलाल दलीचंद देसाई जैनाचार्य श्री आत्मानंद जन्म शताब्दी स्मारक समिति ई. सन् १६३६ वि. सं. १६६२ जैन आचार मीमांसा आचार्य देवेंद्र मुनि "शास्त्री". तारक गुरु जैन ग्रंथालय, शास्त्री सर्कल, उदयपुर (राज.) साधना पथ की अमर साधिका, लेखिका - साध्वी सरला 'सिद्धांताचार्य' साध्वी चंदना 'दर्शनाचार्य' संपादक - श्रीचंद सुराना "सरस" प्रकाशक - जैन महिला समिति, जैन श्वेतांबर महिला स्थानक ४४६३, पहाडी धीरज, सदर बाजार, दिल्ली - ६ प्र. सं. १६७० इतिहास की अमर बेल ओसवाल (प्रथम खंड) सं मांगी लाल भूतोडिया, प्रियदर्शी प्रकाशन, ऑल्ड ऑफ स्ट्रीट कलकत्ता वि. सं. २०४५ प्र. सं. १६६८ द्वि. सं. १६६५ भाग २ ई. सन् १९६२ (प्र. सं.) खरतरगच्छ पट्टावली संग्रह. सिंधी जैन ज्ञानपीठ. सं बाबू पूरणचंद नाहर. खरतरगच्छ का बहद् इतिहास. सं महोपाध्याय विनयसागर, प्राकृत भारती अकादमी. १३.ए, मेन मालवीय नगर, जयपुर प्र.सं. २००४, द्वि. सं. २००५ खरतरगच्छ पट्टावली संग्रह श्री जिन विजय जी (अधिष्ठाता सिंधी जैन ज्ञानपीठ) बाबू पूरणचंद नाहर, नं. ४८, इंडियन मिरर स्ट्रीट कलकत्ता वि. सं. १६८८ वी. नि. सं. २४५८ खरतरगच्छ का इतिहास (प्रथम खंड) सं महोपाध्याय विनयसागर, दादा जिनदत्तसूरी अष्टम शताब्दी महोत्सव खंड, | स्वागत कारिणी समिति अजमेर ई. सन् १६५६, २० मार्च जैन गुर्जर कविओ सं मोहनलाल दलीचंदजी देसाई, श्री महावीरा जैन विद्यालय मुम्बई भाग १ = १६८६ द्वि. सं. भाग २ = १६८७ द्वि. सं. भाग ३ = १६८७ द्वि. सं. भाग ४ = १६८८ द्वि. सं. भाग ५ = १६८८ द्वि. सं. भगवान पार्श्वनाथ की परंपरा का इतिहास, सं इतिहास प्रेमी ज्ञानसुंदर जी महाराज, श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुस्तकमाला मु. पो. फलौदी, मारवाड़ वि.सं. १६६६ ई. सन १६४० तपागच्छ का इतिहास सं डॉ. शिव प्रसाद, पा. वि. सं. वाराणसी, प्राकृत भारती अकादमी, जयुपर, ई. सन् २००० प्र. सं. जैन बिब्लियोग्राफी पार्ट १ और पार्ट २ सं डॉ. ए. एन. उपाध्ये. वीर सेवा मंदिर २१ दरियागंज नई दिल्ली ई. सन १६८२ श्री प्रशस्ति संग्रह सं अमतलाल मगनलाल शाह, श्री देशविरति धर्माराधक समाज, अहमदाबाद, वि. सं. १६८३ वी. नि. २४६३. ३२. | श्री प्रशस्ति संग्रह सं कस्तूरचंद कासलीवाल दि. जैन अतिशय तीर्थ क्षेत्र महावीर जी जयपुर ई. सन् १९५० ३३. | श्रावकाचार सं श्रीमती कमल जैन, वाराणसी पार्श्वनाथ शोध संस्थान, ई. सन् १६६४ ३४. | श्रावककर्तव्य, मुनि सुमनकुमार 'श्रमण' भगवान् महावीर स्वाध्याय पीठ, एस.एम.जैन संघ. माम्बलम् ४६, बर्किट रोड, टी. नगर, चेन्नई १७ द्वि.सं.सन् १६६५ आस्पेक्ट ऑफ जैन फिलोसफी एंड कलचर श्री सतीश कुमार जैन अहिंसा इंटरनेशनल नई दिल्ली, इंडिया ई. सन् १९८८ ३६. | संक्षिप्त जैन इतिहास द्वितीय भाग प्रथम खण्ड सं बाबू कामताप्रसाद जी जैन कापडिया भवन, सूरत वी. सं. २४५८ प्र. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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