Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur
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साध्वी प्रतिभाश्री प्राची'
क्र.स. स्वाध्यायी सेवा
37
22 वर्ष से
निरन्तर
स्वाध्यायी सेवा
देती रही।
38 20वर्ष
40
रतलाम (म०प्र०)
39 20वर्ष
18 वर्ष से निरन्तर
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श्राविका नाम / आयु
श्रीमती घासीबाई आछा
रायपुर (छ०ग०)
70 वर्ष आयु
श्रीमती शांतादेवी मेहता
श्रीमती रत्ना ओसवाल
धर्मपत्नी
किशनचंदजी आधा
आछा
श्री मगनलालजी मेहता
श्री रतनदेवी मोगरा 70 वर्ष भंवरलालजी उदयपुर (राज0) मेहता
शैक्षणिक योग्यता
पांचवीं
बी० ए०
साहित्य रत्न
आठवीं
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विशेषतायें
681
10 शास्त्र कंठस्थ, कई थोकडे कंठस्थ रात्री चौविहार, सचितत्याग, शीलव्रत, जमीकंदत्याग 37
शीलव्रत 14 वर्ष तक 19 वर्ष तक
रात्रि भोजन त्याग 54 वर्ष से अष्टमी चतुर्दशी को
हरी का त्याग, अ० भा.सा. जैन महिला मंडल की सहमंत्री, मंत्री, उपाध्यक्षा व सरंक्षिका हैं और अध्यक्ष पद पर रही। वर्तमान में भी संस्थाओं की सलाहकार आदि हैं। 38
प्रतिक्रमण, थोकडे की जानकार
विदुषी, व्याख्याता, 1998 में श्रेष्ठ स्वाध्यायी के रुप में सम्मानित, समाज सेवा के कार्य में "एक्सीलेंट लेडी" के रूप में
सम्मानित, बच्चों की मानसिक मनोकामना संस्थाका संचालन, समाजसेवी अन्य संस्थाओं
में सहभागी 139
एम०ए०, एम०ए०सी प्रतिक्रमण, कण्ठस्थ उत्तराध्ययन वांचन कई थोकड़ों का ज्ञान | 40 वर्ष से लिलोती त्याग, धोवन पानी ग्रहण करना । 5 वर्ष से प्रतिदिन पोरषी, धार्मिक शिविरों
का आयोजन। वर्ष 2002 में सावन भादों दो माह संघ सेवा हेतु समर्पण 140
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