Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 700
________________ 678 क्र.स. अंक सन् 17 June 2001 18 June 2001 19 Sept. 2001 20 Nov. 2001 21 Nov. 2001 22 25Dec 2001 10 जून 2002 23 25Jan.2002 Jain Education International श्राविका नाम / आयु श्रीमती भगवतीदेवी (उदयपुर) श्रीमती सुवादेवी (63 वर्ष) श्रीमती विद्यादेवी (85 वर्ष) | श्रीमती कमलादेवी (61 वर्ष) (देशनोक ) श्रीमती सोहनदेवी (88वर्ष) (इंदौर) | श्रीमती जडावदेवी ललवाणी श्रीमती आशादेवी लूणिया (89 वर्ष) धर्मपत्नी श्री भंवरलालजी नलवाया श्री गुलाबचंदजी संचेती श्री नेमीचंदजी गुंदेचा श्री (भंवरलालजी ) श्री मोहनलालजी चौधरी श्री मोहनलालजी श्री भैरुदानजी लूणिया स्थारा त्याग-प्रत्याख्यान पूर्वक देहावसान 10 दिवसीय संथारा संलेखना 26 oct 25- मिनिट का संथारा For Private & Personal Use Only 19 सितंबर संथारा सहित म्यु 4 घंटे चौविहार संथारा सहित देह त्याग 15 दिसंबर को समाधिपूर्वक देवलोक गमन आधुनिक काल की जैन श्राविकाओं का अवदान अवदान धर्मपरायण, आदर्श वात्सल्यमूर्ति सेवाभावी 17 चारवर्ष से सचित्त का त्याग 20 वर्ष से रात्री भोजन का त्याग सामायिक प्रतिदिन 4-5 करना। 18 9,8,5 आदि तपस्यायें, आजीवन चौविहार संथारा सहित स्वर्गवास " प्रतिदिन २ सामायिक नवकारशी रात्रि भोजन त्याग नियमित करती थी 1200 500 आयंबिल सहित अनेक बार 3.2 आदि की तपस्यायें संपन्न की। 21 प्रतिदिन 5 सामायिक करना रात्रि भोजन का आजीवन त्याग 122 सावन भादों 60 वर्षों तक एकांतर तप एकासन निरन्तर 16 महिने तक 3 अठाईयाँ व अन्य फुटकर तपस्यायें | 23 www.jainelibrary.org

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