Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur

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Page 556
________________ 534 क्र० 3254 3255 3256 3257 3258 3259 3260 3261 3262 3263 3264 3265 3266 3269 3270 3272 3273 संवत् 1532 3275 1560 3276 1543 3277 1523 1536 1517 1548 3267 1508 1513 3268 1506 1527 1534 1505 1517 1535 3271 1510 1527 1571 3274 1517 1529 1516 1511 1525 1510 श्राविका नाम सरसइ रंगी हांसलदे अधिकादे जीविणी माणिकी जसू रत्नादे रत्नादे वील्हदे हेली | मांजू माकू मल्हई नोडी, कली मणिकदे माल्हणदे, टूंबी सिणगार देवी भाणी मानू विमलादे आषादेवी वापलदे बागू लीलादे ऊमादे लूणदे वाल्हादे धांधलदे आसू कमलादे हरखू संसारदे, नयणादे Jain Education International गुरदे, हीरादे पाल्हणदे, हीरा वंश / गोत्र उपकेष. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा प्रा. ज्ञा. श्री. ब्रह्माण. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री सिद्ध शाखीय श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. उकेष वंष श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. श्री. श्री. ज्ञा. प्रेरक / प्रतिष्ठापक गच्छ / आचार्य भावडार श्री भावदेवसूरि तपा श्री कमलसूरि श्री सौभाग्यरत्नसूरि सोलहवीं से 20वीं शताब्दी की जैन श्राविकाएँ प्रतिमा निर्माण संदर्भ ग्रंथ आदि भ. श्री नमिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी ब्रह्माण श्री वीर सूरि भावडार श्री वीर सूरि भ. श्री वासुपूज्य जी For Private & Personal Use Only तपा श्री लक्ष्मीसागरसूरि भ. श्री अभिनंदन जैधा.प्र.ले.स. जी श्री बुद्धिसागर सूर भ. श्री शीतलनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री सुमतिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी पिप्पल श्री गुणरत्न सूरि भ. श्री श्रेयांसनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी श्री पद्मनंदी सूरि ब्रह्माणमणिचंद्रसूरि जै.धा. प्र.ले.स. भ. श्री शीतलनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी पिप्पल शालिभद्रसूरि श्री लक्ष्मीसागरसूरि श्री पज्जुनसूरि भ. श्री नमिनाथ जी पूर्णिमा. श्री पुण्यरत्नसूरी भ. श्री नमिनाथ जी खरतर श्री जिनभद्रसूरी पिप्पल श्री शुभचन्द्रसूरि पिप्पल श्री उदयदेवसूरी भ. श्री शीतलनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी पूर्णिमा श्री पुण्यरत्नसूरी भ. श्री कुंथुनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी श्री आनन्दसागरसूरी भ. श्री शांतिनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी पिप्पल क्षेम षेखर सूरि आगम श्री अमररत्नसूर भ. श्री पदमप्रभु जी पिप्पल श्री उदयदेवसूरि भ. श्री नमिनाथ जी खरतर श्री जिनचंद्रसूरि श्री धर्मसुन्दरसूरि Y भ. श्री आदिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री सुमतिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. भ. श्री आदिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री नमिनाथ जी जै.धा. प्र.ले.स. भ. श्री धर्मनाथ जी जै.धा.प्र.ले.स. जै.धा.प्र.ले.स. भ. श्री शीतलनाथ जै.धा. प्र.ले.स. जी भ. श्री शांतिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी जै.धा.प्र.ले.स. जै.धा.प्र.ले.स. भ. श्री शांतिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी जै.धा.प्र.ले.स. भ. श्री अजितनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी भ. श्री आदिनाथ जै.धा.प्र.ले.स. जी पृ. 101 102 102 103 103 103 103 104 104 105 86 87 87 88 88 89 89 90 9 90 90 91 91 91 92 www.jainelibrary.org

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