Book Title: Jain Shravikao ka Bruhad Itihas
Author(s): Pratibhashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith Shajapur
View full book text
________________
जैन श्राविकाओं का बृहद् इतिहास
क्र०
1197
1198
1199
1200
1201
1202
1203
1204
1205
1206
1207
1208
1209
1210
1211
1212
1213
संवत्
1786 साकरबाई पठनार्थ
1732 पूंजी पठनार्थ
1753
1780
1710
श्राविका नाम
रूपा पठनार्थ
रूपा पठनार्थ
नाना पठनार्थ
1726 देवकी बाई द्वारा
लिखवाया गया
1733 माणिकवहू पठनार्थ
1733 हीरबाई पठनार्थ
1769 गेला पठनार्थ
1781 अनोपां वाचनार्थ
1761वीर बाई पठनार्थ
1784 अनूपां पठनार्थ
1713
1784 पहपी पठनार्थ
1710 सजनां पठनार्थ
पांखडी पठनार्थ
1782 फुलबाई पठनार्थ
1778 अनोपाजी पठनार्थ
Jain Education International
वंश / गोत्र
प्रेरक / प्रतिष्ठापक
गच्छ / आचार्य
कनकविजय लिखित
मुनि श्री करण द्वारा लिखित
भावार्थ
प. खिमाहंसगणि लिखित वैदर्भी चोपाई
विनयसुंदर लिखित खरतर श्रीवंत
कड़वागच्छ
पं. वेलजी लिखित
ऋषि मनजी लिखित
आर्या यामबाई आदि
द्वारा लिखित
रंगप्रमोद मुनि रचित
प्रतिमा निर्माण आदि
For Private & Personal Use Only
बारा आरा स्तवन अथवा गौतम
प्रश्नोतर स्तवन
रत्नाकरविंशतिस्तव
सीमंधर स्तवन 125
गाथा स्वोपज्ञ
बालावबोध
दशवैकालिक सूत्र बालावबोध
| आराधना बालावबोध
ऋषभदेव विवाह धवल - बंध 44 ढ़ाल
ऋषभदेव विवाहलु धवल - बंध 44 ढ़ाल दामन्नक चोपाई वैदर्भी चोपाई वैदर्भी चौपाई 182
गुणस्थानक विचार चौपाई
संदर्भ ग्रंथ
जै. गु. क. भा. 3
जै. गु. क. भा. 5
जै. गु. क. भा. 4 जै. गु. क. भा. 4
शालीभद्र चोढालियु. 68 कड़ी जंबूस्वामी (ब्रह्मगीता) जै. गु. क. भा. 4 30 कडी
बार भावनानी
दस श्रावक गीत ऋषभदेव विवाहलु धवल-बंध 44 ढ़ाल
जै. गु. क. भा. 5
जै. गु. क. भा. 5
जै. गु. क. भा. 4
जै. गु. क. भा. 4 जै. गु. क. भा. 4 जै. गु. क. भा. 1
वही
वही
जै. गु. क. भा. 4
वही
वही
जै. गु. क. भा. 2
615
पू.
47
3
328
233
375
378
378.
380
214
76
33
312
312
312
170
177
328
51
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646 647 648 649 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700 701 702 703 704 705 706 707 708 709 710 711 712 713 714 715 716 717 718 719 720 721 722 723 724 725 726 727 728 729 730 731 732 733 734 735 736 737 738 739 740 741 742 743 744 745 746 747 748