________________ RG LO. 3. O OGIC GOOD | स्वभाव परिवर्तन के संकल्प सूत्र' सोते समय इन सूत्रों का पुनः पुनः उच्चारण करें जिससे दूषित, विकृत एवं कषायग्रस्त स्वभाव बदल जायेगा। (i) मुझे पवित्र जीवन जीना है, मैं त्याग सम्पन्न बनूं / कसौटी आपकी... स्वयं से पूछो दस सवाल (ii) मुझे उच्च जीवन जीना है, मैं ज्ञान 1. आपको संसार में भय, दुःख, चिन्ता सताती है, तब सम्पन्न बनूं / उसको दूर करने के लिये क्या आप ध्यान, जाप | (iii) मुझे सरल जीवन जीना है, मैं आनन्द करते हैं? सम्पन्न बनूं। 2. क्रोध-लोभ आदि कषाय-शमन के लिये क्या आप | ये क्या आप (iv) मुझे भयमुक्त जीवन जीना है, मैं जागरूक हैं? शक्ति सम्पन्न बनूं / 3. क्या आपको तत्त्वत्रयी पर पूर्ण आस्था है ? 4. क्या आपको बुरे निमित्त भटकाते हैं? (v) मुझे,शान्त जीवन जीना है, मैं ध्यान | 5. 'मैं कौन हूँ' इसकी आपने खोज शुरु कर दी है? सम्पन्न बनूं। 6. संसार के सुख, साधन एवं सम्मान में शान्ति का अनुभव करते हैं या उससे मुक्त होकर निर्वेद-भावों आत्म विकास कीपंचसूत्री से स्वयं को आप्लावित एवं प्रभावित करते हैं? 7. आप संतोष, नीतिपूर्ण व्यापार एवं सादगी से परिपर्ण |(1) अप्पा सो परमप्पा-आत्मा ही परमात्मा जीवन शैली में विश्वास करते हैं? 8. जब आपका मन, हृदय चिन्ताक्रान्त होता है, तब | | (2) पुद्गल से पुद्गल तृप्त होते हैं, आत्मा आप कर्म-फल समझकर प्रायोगिक विधान का __नहीं। उपक्रम करते हैं अथवा निमित्त पर रूष्ट होकर |(3) मैं शरीर से भिन्न हूँ, शरीर मुझसे भिन्न आर्तध्यान-रौद्रध्यान ध्याते हैं? 9. क्या शरीर, सुख, परिवार, धन, सत्ता आदि के वियोग (4) मैं आनंद का अक्षय कोष हूँ,बाहर का का आपको भय सताता है अथवा आप पूर्णतया सुख कोरा भ्रमजाल है निर्भय हैं? (5) मैं स्वयं ही अपने कर्मों का कर्ता व 10. क्या संसार में पराधीनता की अनुभूति करते हुए। भोक्ता हूँ और स्व-प्रयत्न से ही स्वयं की स्वतन्त्र सत्ता की ओर आपके चरण उससे मुक्त हो सकता हूँ। गतिमान हैं?