Book Title: Jain Jivan Shailee
Author(s): Manitprabhsagar, Nilanjanashreeji
Publisher: Jahaj Mandir Prakashan

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Page 318
________________ नमः (एक माला) शांतिः / / (1 माला प्रतिदिन) . ॐ ह्रीं नमो अरिहंताणं (12500 4. बुध - ॐ ह्री शांतिनाथप्रभो जाप/21दिन्) . नमस्तुभ्यम् मम शांतिःशांतिः / / 7. शनि- ॐ षाँ षी षौँ (1 माला प्रतिदिन) शनिश्चराय नमः (एक माला) 6. शुक्र - ॐ ह्रीं सुविधिनाथप्रभो ॐ ह्रीं नमो लोए सव्वसाहूणं नमस्तुभ्यम् मम शांतिः (12500 जाप/21 दिन) शांतिः।। (1 माला प्रतिदिन) 8. राहु- ॐ भ्राँ भी भ्रौँ राहवे 7. शनि - ॐ ही मुनिसुव्रतप्रभो नमः (एक माला) नमस्तुभ्यम् मम शांतिः ॐ ह्रीं नमो लोए सव्वसाहूणं शांतिः / / (1 माला प्रतिदिन) (21500 जाप/21 दिन) 8. राहू - ॐ ह्री नेमिनाथायप्रभो 9. केतु-ॐ फ्राँ फ्री फ्रौ केतवे नमस्तुभ्यम् मम शांतिः शांतिः।। (1 माला प्रतिदिन) नमः (एक माला) ॐ ह्रीं नमो लोए सव्वसाहूणं 9. केतु - ॐ ह्री पार्श्वनाथप्रभो नमस्तुभ्यम् , मम शांतिः (21500 जाप/21 दिन) __ शांतिः।। (1 माला प्रतिदिन) प्र.642. नवग्रहों के कुप्रभाव निवारण के प्रतिदिन पाठ समाप्ति के बाद 'ॐ हीं अ लिये किस भगवान का मंत्र करें? सि आ उ साय नमः' की एक माला उ. 1. सूर्य- ॐ ह्रीं पद्मप्रम नमस्तुभ्यम् का जाप करें। मम शांतिः शांतिः / / (1 माला प्र.643. नवग्रहों में किस वर्ण की माला, प्रतिदिन) आसन व वस्त्रादि का प्रयोग 2. चन्द्र- ॐ ह्री चन्द्रप्रभ नमस्तुभ्यम् करना चाहिए? मम शांतिः शांतिः / / (1 माला उ. 1. सूर्य व मंगल के लिए लाल रंग। प्रतिदिन) 2. चन्द्र व शुक्र के लिए श्वेत रंग। 3. मंगल - ॐ ह्रीं वासुपूज्यप्रभो 3. गुरू के लिए पीला रंग। नमस्तुभ्यम् मम शांतिः 4. बुध व केतु के लिये हरा रंग एवं.। 5. शनि व राहु के लिये नीला रंग। 绕绕绕路發發發發發發發發發器 290 给營路發發發發發發發發發

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