________________ प्राणीज चर्बी का भी उपयोग किया जाता है। 4. खट्टा पदार्थ मिलाने पर वह मिश्रण फूलता है, जिससे उसमें फंगस की तथा नये त्रस जीवों की उत्पत्ति होती है। चलित रस बने हुए उस मिश्रण (घोल) को जब ओवन में सेकने के लिये रखते हैं, तब असंख्य सूक्ष्म एवं त्रस जीवों की हिंसा होती है। 5. सेकने पर ब्रेड, पाव में थोड़ा जलीय अंश (भीगापन) रहने पर ऑवन से बाहर निकालते हैं। रात्रि व्यतीत होने पर वह बासी हो जाता है और अनगिनत बेक्टेरिया, त्रस जीव पैदा होते हैं। उनका उपयोग करना यानि दातों तले जीवों का घात करना। इस प्रकार ब्रेड व पाव बनाने से खाने तक की हर प्रक्रिया में जीवों की हिंसा होती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण सेवह पाचन क्रिया को अवरूद्ध करता है। पथरी, आंत का केंसर आदि अनेक रोगों की उत्पत्ति का कारण है। भलाऐसा कौन जीव दया प्रेमी होगा जो केवल स्वाद पोषण के लिये मन, आत्मा एवं स्वास्थ्य की पवित्रता को दाँव पर लगाएगा। प्र.543. इसके अतिरिक्त कौन-कौनसे अखाद्य हैं ? इस बारे में भी जानकारी दीजिये। उ. 1. साबुदाना वेफर्स- रतालु नामक जमीकंद कई दिनों तक नालियों में सडता रहता है। उसमें कीड़े, इल्ली आदि जीव उत्पन्न होते हैं, उन्हें पांवों से मसला जाता है जिससे अनन्तकाय और असंख्य त्रस जीव महावेदना को प्राप्त करते हुए मरते हैं। उनकी आह और वेदना से भरा अभक्ष्य साबुदाना सर्वथा वर्ण्य है। 2. इन्स्युलिन के इंजेक्शन- भेंसे के पेन्क्रीयाज नामक ग्लैण्ड से बनते हैं। अतः त्याज्य है। 3. कस्टर्ड पाउडर- फ्रुट सलाद, आईसक्रीम में प्रयुक्त होने वाले - इस पाउडर में अण्डे व उसका रस मिलाया जाता है। 4. फुटेला च्युइंग-गम- इसमें . बीटफेलो (मांस और चर्बी) और हड्डी का पाउडर आता है। 5. नूडल्स (सेव पेकेट) - इसमें अंडे व मूर्गी का रस मिलाया जाता है। 6. आईसक्रीम पाउडर- स्वाद.बढाने वाला, पर आरोग्य नाशक व