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स्थानोमे अवनी मौजूद खमेहे, और तिनकी बनवाइ हुइ सैंकको जिन प्रतिमानो महा सुंदर विद्यमान काल मे विद्यमान है; और संप्रति राजा ने ७०० सौ दानशाला करवाई थी. और प्रजाके महा हितकारी नुबधशालादिनी बनवाई थी, इत्यादि संप्रतिराजाने जैनमतकी वृद्धि और प्रजावना करी थी. विरात् २०१ वर्ष पीछे हुआ है.
प्र. १३० - मनुष्यों मे कोई ऐसी शक्ति वि द्यमान है कि जिसके प्रभावसें मनुष्य अद्भुत काम कर सक्ता है ?
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न - मनुष्यम अनंत शक्तियों कमके आवरणसे ढंकी हुइ है, जेकर वे सर्व शक्तियां आवरण रहित हो जावेंतो मनुष्य चमत्कारी अद्भुत काम कर सक्ते है.
प्र. १३१ वेशक्तियां किसने ढांक बोमी है? न. आठ कर्माकी अनंत प्रकृतियोने आ
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बदन कर बोमी है. प्र. १३२ तो आठ कर्मकी १४८ वा १५८ प्रक्रतियां सुनी है, तो तुम अनंत किस तरेसें
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