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२४३ न.-मतधारीयोने जो जनमतके पंच प. रमेष्टोकी जगे जूठी कल्पना खमी करी है, सो नोचले यंत्रसे देख लेना.
जैनमत १
सिद्ध २. प्राचार्य / उपाध्या
य ४.
साधु ५.
सांख्य कपि मत २. | ल
आसुरी
विद्यापाठ सांख्य
क.
साधु
वैदिक | जैम मत ३. | नि
भाभा विद्यापाठ कर । क.
नैयायिक गौ मत ४. .
| आचार्य न्याय एकईश्वर
| नैयायिक पाठक
साधु
वेदांत | व्या मत ५. स
एकब्रह्म
आचार्यो। वेदांत , परमहं स्ति । पाठक | सादि
वैशेषिक शिव मत ६.
एकईश्वर कणाद , पाठक
साधु
उपदे
यहूदी मूमा
| एकईश्वर| अनेक मत ७.
पाठक
शक
| पथर सम
पादरी
इसाइ
। ईशा मत ८. ।
त्यादि पाठक
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