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बेषय रक्तज अर्श
मुद्रादि सेवन से वातादि का प्रकोप
अर्श का साध्या अध्यत्व कृच्छसाध्य अर्श सुखसाध्य अर्श द्रादि जन्य अर्श के लक्षण
नाभिज अर्श
चर्मकील के लक्षण वातजादि चर्मकील अर्श में उपाय
अष्टमोऽध्याय: ।
अतिसार के छः भेद अतिसार की उत्पत्ति अतिसार का पूर्वरूप वातज अतिसार के लक्षण
पित्तातिसार के लक्षण कफातिसार के लक्षण सान्निपातिक अतिसार भयज और शोकज अतिसार अतिसार के दो भेद साम के लक्षण रामातिसार
ग्रहणीरोग के लक्षण अतिसार और ग्रहणी में अंतर
ग्रहणदोष का स्वरूप ग्रहणी के भेद ग्रहणी का पूर्वरूप
ग्रहणी का सामान्य लक्षण
बातज ग्रहणी पित्तज ग्रहणी
कफज ग्रहणी
सान्निपातज ग्रहणी ग्रहणी में अग्निको हेतुत्व ग्रहणी के महारोग
नवमोऽध्यायः ।
काश्रित में शराबयव
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अष्टांगहृदयकी
पृष्टांक | विषय
३८६ मुनाघात की उत्पत्ति बातज मूत्रकृच्छ्र के लक्षण पित्तज मूत्राघात
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कफज मूत्राघात त्रिदोषज मूत्राघात
अश्मरी के लक्षण
अश्मरी का पूर्वरूप
अश्मरी के सामान्य लक्षण वातअश्मरी के लक्षण
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शुक्राश्मरी की उत्पत्ति शर्करा का लक्षण बातवस्ति का लक्षण
बाताष्ठीला का लक्षण बातकुंडलिका का लक्षण
मूत्रातीत के लक्षण
मुत्रजठ का स्वरूप
मूत्रोत्सर्ग का स्वरूप मूत्रथि का स्वरूप विड़विघात का लक्षण
ऊष्णवात का लक्षण मूत्रक्षय का स्वरूप
मूत्रसाद का स्वरूप
अध्याय का उपसंहार
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३९१ कफ से प्रमेोत्पा
पित्त से प्रमेोत्पत्ति
बात से प्रमेहोत्पत्ति
प्रमेह का साध्यासाध्य बिभाग
प्रमेह के भेद
प्रमेह की उत्पत्ति
दशमोऽध्यायः ।
प्रमेह के सामान्य लक्षण प्रमेह के भेदों की कल्पना ३९२ | उदकमेह के लक्षण
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पृष्ठांक
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पित्तज अश्मरी कफाश्मरी के लक्षण
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उक्तअश्मरियों की बालकों में उत्पत्ति ३९४
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