________________ पृष्ठ स. | विषय-शीर्षक द्रव्यमङ्गल (आगमतः व नोआगमतः) सामान्य व विशेष नय ............. विविध नयों से (आगमतः) द्रव्यमङ्गल ज्ञशरीर-भव्यशरीर-तद्व्यतिरिक्त नोआगम द्रव्यमङ्गल .... भावमङ्गल ......... आगमतः भावमङ्गल ............ नोआगम भावमङ्गल ......... नाम आदि की भावमङ्गलरूपता .............. [94-124] (नाम आदि के लक्षण) नाम आदि वस्तु सत् है, बौद्ध मत का खण्डन स्थापना नय .......... द्रव्यनिक्षेप नय ....... भावनय मिथ्या व सम्यक् नय नाम आदि भेद निक्षेप-अभेदकारी ................ संग्रह नय आदि सम्मत नाम आदि निक्षेप ......... भावमङ्गल रूपनन्दी ...............119 . N ....................... (ज्ञान-पंचक) [124] ................... ............ ......... मति आदि ज्ञानों की क्रमिकता का कारण ..134 प्रत्यक्ष व परोक्ष के लक्षण इन्द्रियों को ज्ञान नहीं ... मति व श्रुत की परोक्षरूपता ........... ..............144 संव्यवहार प्रत्यक्ष .................146 नोइन्द्रिय प्रत्यक्ष मति व श्रुत में लक्षण आदि की दृष्टि से भेद का निरूपण .... शब्द उपचारतः श्रुत एकेन्द्रियों में श्रुत कैसे? ..... हेतु व फल की दृष्टि से मति व श्रुत में भेद .... ............... श्रुत की मतिपूर्वकता का विचार ............... ...............170 ******************[14] *******************