________________
अंक
अंग
अंकांतर-सं० 1 नाटक में अंक-परिवर्तन 2 दो अंकों के बीच
का कथ्य
अकाई-(स्त्री०) 1 जाँचने की क्रिया 2 जॉनने का पारिश्रमिक अंक-सं० (पु.) 1 संख्या 2 संख्या का चिह्न (1, 2, 3, | 3 अनुमान लगाना
आदि) (जैसे-अंकों में लिखो) 3 चिह्न, निशान अंकाना-(स० क्रि०) 1 अनुमान लगवाना 2 ऊँचवाना (जैसे-~डालना) 4 नाटक का एक खंड अथवा सर्ग अंकाव-(पु०) जाँचने का काम 5 रूपक का एक प्रकार 6 खेल तथा परीक्षा आदि में प्राप्त | अंकावतार-सं० (पु०) (नाटक में) एक अंक के समाप्त होने नम्बर 7 पत्र-पत्रिकाओं के समयानुसार होने वाले प्रकाशन की | पर पात्रों द्वारा अगले अंक की विषय सूचना संख्या। ~करण (पु०) चिह्न लगाने की क्रिया; ~कार अंकावधि-सं० = अंकांतर (2) (पु०) 1 विभिन्न खेलों में हार-जीत का निर्णायक 2 अंक | अंकित-सं० (वि०) लिखा हुआ 2 चिह्नित। ~मूल्य देनेवाला; ~गणित (पु०) गणित की एक शाखा जिसमें (पु०) मुद्रा तथा स्टाम्प पर लिखा मूल्य संख्याओं का हिसाब किया जाय; ~गत (वि०) 1 जिसे गोद अंकितक-सं० (पु०) जिस वस्तु पर विवरण लिखा हो लिया गया हो 2 जिसे पकड़ा गया हो; तंत्र (पु०) अंकों अंकिल-(वि०) दान में दारा लगाया हुआ बछड़ा का शास्त्र (अंकगणित, बीजगणित); ~धारण (पु०) गर्म अंकुट-सं० (पु०) कुंजी, ताली धातु से शरीर पर विशेष चिह्न छपवाना, दगवाना; ~धारी अकुड़ा-(पु.) 1 टी 2 कटिया 3 टेढ़ा लोहा (वि०) वह जिसने त्वचा पर विशेष चिह्न दगवाया; पत्र अंकुर-सं० (पु०) 1 अँखुआ 2 कली 3 नुकीला भाग (पु०) 1टिकट 2 मूल्य देने पर शासन द्वारा छपा हुआ एक 4प्रारंभिक स्वरूप काराज़ (स्टाम्प); पत्रित (वि०) जिस पर अंक पत्र अंकुरक-सं० (पु०) 1 गुफा 2 घोंसला 3 छोटा अंकुर चिपका हो; ~परिवर्तन (पु०) 1 (नाटक में) एक अंक अंकुरण-सं० (पु०) बीज का फूटकर अंकुरित होना समाप्त होने पर अगला अंक शुरू होना 2 शिशु का गोद में | अंकुरना-(अ० क्रि०) अंकुर का फटना इधर-उधर करना; ~पाली (स्त्री०) 1 परिचारिका, धाय | अंकुरित-सं० (वि०) 1 अंकुर आया हुआ 2 उत्पन्न हुआ। 2 दे०. अँकवार; पाश (पु०) आलिंगन; ~माला यौवना (स्त्री०) नया यौवन प्राप्त बाला (स्त्री०) अनेक अंकों का समूह; ~मालिका (स्त्री०) एक अँकुरी-(स्त्री०) अनाज के अंकुर युक्त दाने छोटी माला; ~मुख (पु०) नाटक के शुरू में दिया गया अंकुश-सं० (पु०) 1 हाथी को वश में रखने का विशेष लोहे संक्षिप्त कथानक, विद्या (स्त्री०) अंकों की विद्या का काँटा 2 अधिकारी अथवा व्यक्ति विशेष को प्राप्त नियंत्रक (अंकगणित); -विभाग (पु०) सांख्यिकी विभाग; शक्ति, नियंत्रण। -क (पु०) छोटा अंकुश; कृमि
विभाजन (पु०) नाटक का अंकों में बाँटना; विवरण (पु.) एक हुकदार कोड़ा (जो अंतड़ी में पैदा होता है); (पु०) संख्या संबंधी तथ्यों की व्याख्या करनेवाली विद्या: ~ग्रह (पु०) महावत; धर, --धारी (१०) 1 अंकुश ~शायिनी (वि०/स्त्री०) बगल में सोनवाली; ~शास्त्र 2 पीलवान 3 महावत; - रूप (वि०) अंक्श जैसा (पु०) संख्या सम्बन्धी तथ्यों का संग्रह एवं वर्गीकरण अँकुसी-(स्त्री०) 1 टी 2 मुड़ी कील 3 टेढा लोहा करनेवाली विद्या, सांख्यिकी; ~शास्त्री संख्या सम्बन्धी तथ्यों अंकेक्षक-सं० (पु०) बही खाता लिखनेवाला एवं विवरणों का ज्ञाता; देना गले लगाना; - भरना या | 2 लेखा-परीक्षक लगाना 1 गले लगाना 2 लिपटाना
अंकेक्षण-सं० (१०) बही खातों की जाँच, लेखा-परीक्षण अँकटा-(पु०) कंकड़ या पत्थर का छोटा टुकड़ा अंकेक्षा-सं० (पु०) बही खातों की जांच पड़ताल करनेवाला अँकटी-(स्त्री०) कंकड़ का छोटा टुकड़ा
अधिकारी अकड़ी-(स्त्री०) 1 टेढ़ी कँटिया 2 टेढी गाँसी 3 हक 4 कंकड़ी अॅकेक्षित-सं० (वि०) जाँच किया हुआ (जैसे-लेखा) अंकन-सं० (पु०) 1 चिह्न लगाना 2 चित्र बनाना 3 गिनती | अंकोर-(पु०) 1 गोद 2 भेंट, उपहार करना 4 मूल्य लगाना, कूतना
अंकोरना-(स. क्रि०) गोद में लेना अँकना-(स० क्रि०) = आँकना
अंक्य-सं० (वि०) अंकन योग्य अंकनी-सं० (स्त्री०) 1 लेखनी 2 ब्रश
अंखिया-(स्त्री०) 1 नक्काशी करने की कलम 2 आँख अंकनीय-सं० (वि०) छपाई योग्य, अंकन करने योग्य अँखुआ-(पु.) 1 अंकुर 2 कल्ला अंकपलई-(स्त्री०) अंकों के प्रयोग से लिखने का गोपनीय ढंग अँखुआना, अँखुवाना-(अ० क्रि०) अंकर का फूटकर बाहर अँकरा-(पु०) 1 एक विशेष किस्म की घास 2 कंकड़ आना अँकरी-(स्त्री०) 1 छोटी घास 2 कंकड़ी
अंग-सं. (पू.) । शरीर 2 शरीर के विभिन्न अवयव (हाथ, अँकरोरी, अँकरौरी-(स्त्री०) कंकड़ या पत्थर आदि का बहुत पैर, मुंह, कान आदि) 3 भाग (नाटक का एक अंग, देश या छोटा टुकड़ा
प्रान्त का एक अंग) 4 अंश (वेदों के अंग, काव्य के अंग) अँकवाना-(स० क्रि०) 1 दूसरे व्यक्ति से जाँच करवाना 5 शाखा (जैसे-विज्ञान के ~) 6 पक्ष (किस अंग का)। 2 वस्तु का मूल्य पता करवाना
-~-क्रिया (स्त्रो०) 1 शरीर में उबटन, महावर आदि लगाना अँकवार-(स्त्री०) गोद। देना गले लगाना; ~भरना गोद | 2 यज्ञ, हवन में अंग का बलिदान देना; --ग्रह (पु.) ऐठन; में भरना
~घात (ए०) शरीर के किसी अंग को निष्क्रिय करनेवाला