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कास्तरबजारमताधिमैताकिकचरचाकासासारवाग सालका अनायसंपुमरियाद लाभावासीमाकलिन अरमनकामदाकालपर्यतन मानासनामामायाकोमयाकिनीमाधमयायकाकाकाकापायाशी की यायुकाममा
श्री दि. जैन मंदिर भदीचंदजी, घी बाला का रास्ता, जयपुर में उपलब्ध साधर्मी भाई क मल द्वारा लिखित 'जीवन पत्रिका'
की मूलप्रनि का एक महर बाग पृष्ठ, जिसमें गोम्मटसारादि ग्रंथों की टीका के निर्माण फी चर्चा है ।