Book Title: Pandita Todarmal Vyaktitva aur Krititva
Author(s): Hukamchand Bharilla
Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur

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Page 381
________________ ३५४ पंडित टोडरमल : व्यक्तित्व और कर्तृत्व ११०. अणं रत्नाकर : संगादक - डॉ. सुनीतिकुमार चटर्जी तथा श्री बबुया मिथ; रॉयल एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल, १. पार्थस्ट्रीट, कलकत्ता, सन् १९४० ई. . १११. शान्तिनाय पुराण वनिका (ह. लि.) : सेवाराम; जैन सिद्धान्त भवन, मारा, वि० सं० १८३४ ११२. श्री महाराज हरिदासजी की वाणी : संपादक - स्वामी मंगलदास, दादू महाविद्यालय, जयपुर, सन् १९६२ ई० ११३. श्री दादू महाविद्यालय रजत जयन्ती ग्रन्थ : संपादक- स्वामी सुरजन दास, दादू महाविद्यालय, मोतीडूंगरी, जयपुर, वि. सं. २००६ ११४. षट् खण्डागम (जीवस्थान सत्प्ररूाणा पुस्तक) : प्राचार्य भूतबलि पुष्पदन्त ; डॉ. हीरालाल जैन ; श्रीमंत सेठ शितावराव लक्ष्मीचंद जैन साहित्योद्धारक फंड कार्यालय, अमरावती (बरार) ११५. षट् प्राभूत (श्रुतसागरीय टीका सहित) : प्राचार्य कुंदकुंद; माणिकचन्द ___दि जैन ग्रंथमाला समिति, हीराबाग, बम्बई-४ ११६. समयसार : कुन्दकुन्दाचार्य : श्री दि. जैन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़ ११७. समयसार (नात्मख्याति टीका) : प्राचार्य कुन्दकुन्द, टीकाकार प्राचार्य अमृतचंद्र; श्री दि० जन स्वाध्याय मंदिर ट्रस्ट, सोनगढ़ ११८. सम्यग्ज्ञानचंद्रिका : पंडित टोडरमल, जैन सिद्धान्त प्रकाशिनी संस्था, कलकत्ता ११६. सभ्याझानचन्द्रिका ( ह. लि. मूल प्रति अपूर्ण) : पं० टोडरमल; श्री दि० जैन मंदिर दीवान भदीचंद, घी वालों का रास्ता, जयपुर १२०. सम्पक्त कौमुदो (ह. लि.) : जोधराज गोदीका; श्री दि० जैन बड़ा मन्दिर तेरापंथियान, जयपुर १२१. सर्वासिविवनिका : पं० जयचंद्र छामड़ा, जिनेन्द्र प्रेस, कोल्हापुर १२२. समोसरण रचना वर्णन(ह. लि.) : पंडित टोडरमल; ऐलक पन्नालाल दि. जैन सरस्वती भवन, बम्बई १२३. सहजोबाई को बानी : बेलबेडियर प्रेस, इलाहाबाद, सन् १९६७ ई० १२४. सत्ता स्वरूप : पं० भागचंदजी छाजेड़; श्री दि जैन मुमुक्ष मण्डल, मनावद (म० प्र०)

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