Book Title: Pandita Todarmal Vyaktitva aur Krititva
Author(s): Hukamchand Bharilla
Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur

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Page 391
________________ पंडित टोडरमल : व्यलिस्य और कतत्व बाहुबलि : ८८ | भूधर मिश्र : १४२ (पं०) भालचंद्र सिद्धान्तशास्त्री : १३२] (प्राचार्य) भूतबलि : १५६, २६८ बासबोधिनी टीका ; ३२२ बिहारीलाल : २२ बिहारी : ३१८ (भगवान) महाबीर : १६० बीसपंथी (विषमपंथ) : २७, २८, २६ | मधुरा का कंकाली टोला : ६ बुद्धि विलास : १४, ३४, ३५, ५४, | | (प्राचार्य) महेन्द्रसूरि : १० मध्यकालीन धर्मसाधना : १४ बंसीधर : ४६ (पं.) मक्खनलाल शास्त्री : १४२ (40) बंशीधर : ११३, १३२ महासिंह : २२ मनोहरदास : ३६ मकरन्द : ६६ भट्टारक सम्प्रदाय : ८, १४, १६, ३१२ महाराम : ५६ भर्तृहरि : १३२ मलयखेड़ा : ६६ भरतपुर : २१ (पंडित) मनोहरलाल : ९ भक्तिकाल : ३६ महाबदल : ६६६८, भगवानदास : ३६ महावीर बह्मचर्याश्रम, कारंजा : ११० भक्तिसागर : ३६ मत्स्यपुराण : १३० भक्तविलास : ४३ मनुस्मृति : १३० भक्तिप्रिया : ४३ महाभारत ; १३० भगवतीसूत्र: १३१ महिम्निस्तोत्र : १३० भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का महावीरप्रसाद द्विवेदी : ३१६ योगदान : ३, ६, ७, १५, १५६, | मलंदरनाथ : ३२० माथुरसंघी : ५ (पंडित) भागचंद छाजेड़ : ८६ माधोराजपुरा : ३० भारतीय इतिहास - एक दृष्टि : ३२ | माधोसिंह (माधवसिंह): ३३, ३४, भारतीय जैन सिद्धान्त प्रकाशिनी ३५, ५५, ६८ संस्था, कलकत्ता : ६७, १४२ प्राचार्य) माधवनंद विद्य: ८६, भा०दि जैन संघ, मथुरा : ११०, १२३ १०२, १५४, २८० भागवत : १३० , (डॉ.) माताप्रसाद गुप्त : ३१६ (प्राचार्य) भिक्षु : १५, ३१२ | मिथ्यात्व खण्डन : १८, १९, २०, (प्राचार्य) भिखारीदास : ३१६ २१, २२, २३, २६ भूधरदास : ४६, ७५, १०३ | (५०) मिलापचंद कटारिया : ४५,

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