Book Title: Pandita Todarmal Vyaktitva aur Krititva
Author(s): Hukamchand Bharilla
Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur

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Page 385
________________ पंडित टोडरमल : व्यक्तिस्य मोर काय उजागरदास; ५० कषायमाभृत : १५६ (घाचार्य) उमास्वामी : १६७ (प्रो०) (मौलवी) करीमुद्दीन : २६७ उग्ररोन जैन : १४२ करीमुललुगात (शब्दकोश) : २६७ उपादान-निमित्त संवाद : १७९ कनकन दि : २८० (डॉ.) उदयनारायण तिवारी: कठोपनिषद् : १३० २७२, ३७६, ३१८ कबीरपंथी : ३१७ उत्तराध्ययन सूत्र : १३१ कविबर बनारसीदास : जीवन और उपदेश सिद्धान्त रलमाला : १३१ | कुतित्व : १९ उक्तिभ्यक्ति प्रकरण : ३१८ काष्ठासंत्री : ५ कार्तिकेयन प्रेक्षा : ११ ऊदौजी नैण : ३६ कामां : २१, २७, २२ (डॉ.) कामताप्रसाद : ४४ ऋग्वेद : १३० | काव्य और कला तथा अन्य निबन्ध :५६ ऋषभ : २६८ कानजी स्वामी : २,११० काशी : १११, १२२ एनएस एण्ड एन्टीक्विटीज प्राव | काशीनपट : १३० राजस्थान:३३ कुमचन्द्र भट्टारक : ७ एटा : ५० कुमारिल भट्ट : १२ कुन्दकुन्दाचार्य : २४, १८, १००, ऐलक पन्नालाल सरस्वती भवन, बम्बई :| १४१, १५६, १६०, १५२, ३२७ कुरान शरीफ : १३० कुतुब-शतक और उसकी हिन्दुई : ३१६ औरंगजेब : ३२ केशरीसिंह पाटनी : ५५ मोरंगाबाद : ६६ केशव वर्णी : ८८, ८६, १५५ केशव ; ३७ कलकत्ता : ८५, ६७ | कसोजी : ३६ कल्पसूत्र की स्थिरावली : ६ ख कबीर : १४, २५, ३१६ खण्डेला नगर : ५६ कल्ला : २२ (राजा) झण्डेलगिरि चौहान : ५६ कर्नल टॉड : ३२ खण्डेलवाल जाति की उत्पत्ति का कर्तव्य प्रबोध कार्यालय', 'नुरई : २ । इतिहास : ५७ (पंडित) कमल कुमार शास्त्री : ६७ । खण्डेलगिरि : ५७

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