Book Title: Karmagrantha Part 3
Author(s): Devendrasuri, Shreechand Surana, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur

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Page 9
________________ प्रस्तावमा मागंणा का लक्षण fafeओं के कारण लोक वैचित्र्य : जैनदृष्टि मार्गणाओं में बन्धस्वामित्व के ज्ञान की उपयोगिता ग्रन्थ- परिचय गाया १ मंगलापन और केविका प 'मार्गणा' की व्याख्या मार्गणा और गुणस्थान में अन्तर मार्गणाओं के नाम और उनके लक्षण माओं के उत्तरभेदों की संख्या और नाम मार्गणाओं में कितने गुणस्थान गाथा १३ अनुक्रमणिका संकेत के लिये उपयोगी प्रकृतियों का संग्रह गाथा ४ सामान्य नरकगति का बन्धस्वामित्व गावा ५ रत्नप्रभा आदि सरकवय का बन्धस्वामित्व पंकप्रभा आदि नरक का बन्धस्वामित्व १५ • our the eve o १६ २१ २६ ३० १० १-११ १ १ ક્ 6 पृ० १११३ ११. पृ० १३-१६ १ १० १७२१ १ २०

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