________________ HTTER जीव विचार प्रकरण SHERB * त्रीन्द्रिय जीवों की उत्कृष्ट आयु - उनपचास दिन * चतुरिन्द्रिय जीवों की उत्कृष्ट आयु - छह मास देवता, नारकी, मनुष्य एवं चतुष्पद की उत्कृष्ट आयु गाथा सुर-नेइयाण ठिई उक्कोसा सागराणि तित्तीसं / चउप्पय तिरिय-मणुस्सा तिनि य पलिओवमा हुति // 36 // अन्वय सुरनेरइयाण य चउप्पय तिरिय मणुस्सा उक्कोसा ठिई तित्तीसं सागराणि तिन्नि पलिओवमा हुँति // 36 // . संस्कृत छाया सुर-नैरयिकाणां स्थितिरूत्कृष्टा सागरोपमाणि त्रयस्त्रिंशत // .. चतुष्पद तिर्यंच मनुष्याणां त्रीणि च पल्योपमानि भवन्ति // 36 // ___ .. शब्दार्थ सुर - देवता (की) नेरइयाण-नारकी की ठिई -स्थिति उक्कोसा - उत्कृष्ट सागराणि -सागरोपम तित्तीसं - तैतीस चउप्पय - चतुष्पद तिरिय - तिर्यंच (की) मणुस्सा - मनुष्य की तिन्नि - तीन य - और पलिओवमा - पल्योपम हुति - होती है। भावार्थ देवता एवं नारकी की उत्कृष्ट स्थिति तैतीस सागरापम की एवं मनुष्य व चतुष्पद तिर्यंच की उत्कृष्ट स्थिति तीन पल्योपम की होती है // 36 // . AAAC 60 CANA