________________ SSETTESTHESE जीव विचार प्रश्नोत्तरी STREETHARTH 427) 30 अकर्मभूमिज मनुष्यों की गति बताओ ? उ. 1) उत्तरकुरू और देवकुरू की 128 में गति- 15 परमाधामी, 10 भवनपति, 8 व्यंतर, 8 वाणव्यंतर, 10 तिर्यग्भक, 10 ज्योतिष्क, पहला-दूसरा देवलोक, पहला किल्बिषिक- ये 64 भेद पर्याप्ता-अपर्याप्ता की अपेक्षा से 128 हुए 2) हरिवर्ष एवं रम्यक् क्षेत्र के मनुष्यों की पूर्वोक्त 128 में गति।। 3) हिमवंत एवं हिरण्यवंत के मनुष्यों की 126 में गति-पूर्वोक्त 128 भेदों में से दूसरे देवलोक के दो भेदों को छोडकर। 428) तीस अकर्मभूमिज के संज्ञी मनुष्यों की आगति बताओ ? उ. 20 भेदों में आगति-१५ कर्मभूमिज संज्ञी मनुष्य एवं 5 संज्ञी तिर्यंच पंचेन्द्रिय / 429) अंतर्वीप के मनुष्यों की गति-आगति बताओ ? उ. 25 भेदों में आगति-१५ कर्मभूमिज संज्ञी मनुष्य, 5 संज्ञी तिर्यंच, 5 असंज्ञी तिर्यंच। .... 102 भेदों में गति- 10 भवनपति, 15 परमाधामी, 8 व्यंतर, 8 वाणव्यंतर, . 10 तिर्यग्नुंभक, ये 51 भेद पर्याप्ता एवं अपर्याप्ता पर्याप्त की अपेक्षा से 102 भेद हुए। देव विवेचन खण्ड .430) देवताओं के प्रमुख भेद कौन-२ से हैं ? उ. चार भेद- 1) भवनपति देव 2) व्यंतर देव 3) ज्योतिष्क देव 4) वैमानिक देव / 431) भवनपति देवों के दस भेद कौनसे हैं ? उ. भवनपति देवों के दस भेद - 1) असुरकुमार 2) नागुकुमार 3) विद्युत्कुमार ___4) सुपर्णकुमार 5) अग्निकुमार 6) वातकुमार 7) स्तनितकुमार 8) उदधिकुमार . 9) द्वीपकुमार 10) दिक्कुमार 432) दस भवनपति देवों के मुकुट में किस-किसका चिन्ह होता हैं ? उ. असुरकुमार, नागकुमार, विद्युत्कुमार, सुपर्णकुमार, अग्निकुमार, वातकुमार, स्तनितकुमार, उदधिकुमार, द्वीपकुमार, दिक्कुमार के मुकुटों मे क्रमशः चूडामणि, नागं, वज्र, गरूड, घट, अश्व, वर्धमान संकोरासंपुट, मकर, सिंह और हस्ति का अनार