________________ RASHTRASTHAN जीव विचार प्रश्नोत्तरी STRORTHEASTER उ. भवनपति से बारहवें देवलोक तक। 576) अकामनिर्जरा करने वाला असंज्ञी किस देवलोक तक जा सकता हैं ? उ. भवनपति एव वाणव्यंतर में। 577) तापस किस देवलोक तक जा सकता है ? उ. भवनपति से ज्योतिष्क तक। 578) चरक परिव्राजक किस देवलोक तक जा सकता है? .. उ. भवनपति से ब्रह्मलोक तक। 579) अविरत सम्यक्त्वी किस देवलोक तक जा सकता है ? उ. पन्द्रह परमाधामी एवं तीन किल्बिषिक को छोडकर किसी भी देवलोक में जा सकता 580) चतुदर्शपूर्वधर किस देवलोक में जाते हैं ? उ. पांचवें बह्मदेवलोक से उपर के किसी भी देवलोक तक जाते हैं। 581) अनुत्तर वैमानिक देवों की विशेषता बताओं ? उ. सर्वार्थ सिद्ध विमान के देव एकावतारी होते हैं। मनुष्य जन्म धारण कर नियमतः उसी भव में सिद्धपद को उपलब्ध करते हैं। 582) देवों में कितने प्राण पाये जाते हैं ? . उ. देवों में पांच इन्द्रिय प्राण, तीन बल प्राण, श्वासोच्छ्वास और आयुष्य रूप दसों ही प्राण पाये जाते हैं। 583) कौन-२ से देव नियमतः भव्य ही होते हैं ? उ. पांच अनुत्तर वैमानिक, नवलोकांतिक, परमाधामी देव नियमतः भव्य ही होते हैं। 584) कौन-२ से देव भव्य और अभव्य दोनों हो सकते हैं ? उ. भवनपति, व्यंतर, वाणव्यंतर, तिर्यग्भक, ज्योतिष्क, बारह वैमानिक एवं नवग्रैवेयक देव भव्य और अभव्य दोनों हो सकते हैं।