________________ . 24 SSETTESENTERTIST जीव विचार प्रश्नोत्तरी STRESSETTE बारह देवलोकों के देव - नवलोकान्तिक देवों के - 18 एकेन्द्रिय के - 20 (बादर तेउकाय के दो भेद नहीं) भेद 68 633) नववेयक में जीवों के कितने भेद पाये जाते हैं ? उ. नवग्रैवेयक देवों के - 18 एकेन्द्रिय के - 14 (पृथ्वीकायादि पांच सूक्ष्म और बादर . पृथ्वी-वायु पर्याप्ता-अपर्याप्ता की गणना से) 32 सिद्ध विवेचन खण्ड 634) सिद्ध किसे कहते हैं ? उ. वे जीव, जिन्होंने आठों कर्मों का समूल- संपूर्ण नाश कर दिया है, जन्म-मृत्यु के . चक्र से मुक्त होकर मोक्ष में बिराजमान हो चुके हैं, वे सिद्ध कहलाते हैं। ६३५).सिद्धों के कितने भेद होते हैं ? उ. सिद्धों के पन्द्रह भेद होते हैं जो निम्नलिखित हैं - 1) अतीर्थ सिद्धः वे जीव, जो चतुर्विध संघ की स्थापना, तीर्थ की स्थापना से पूर्व सिद्ध होते हैं, वे तीर्थ सिद्ध कहलाते हैं, जैसे मरूदेवी माता। 2) तीर्थ सिद्धः वे जीव, जो तीर्थंकर परमात्मा के शासन में मोक्ष में जाते हैं। तीर्थ की स्थापना के बाद सिद्ध बनते हैं, वे तीर्थ सिद्ध कहलाते हैं, जैसे गौतम स्वामी, सुधर्मा स्वामी आदि। .. 3) तीर्थंकर सिद्धः वे जीव, जो अरिहंत-तीर्थंकर के रूप में मोक्ष उपलब्ध करते हैं, वे तीर्थंकर सिद्ध कहलाते हैं, जैसे महावीरादि चौबीस तीर्थंकर / 4) अतीर्थकर सिद्धः वे जीव, जो सामान्य केवली के रूप मे सिद्धता की संपदा उपलब्ध करते हैं, वे अतीर्थंकर सिद्ध कहलाते हैं, जैसे गौतमस्वामी, चंदनबाला आदि /