________________ कुल BRETREETTESTRA जीव विचार प्रश्नोत्तरी STREETHERS - तिर्यंच के 48 भेद (अपर्याप्ता- पर्याप्ता) . मनुष्य के ३भेद (गर्भज पर्याप्ता-अपर्याप्ता एवं संमूर्छिम अपर्याप्ता) 1. कुल . . 115 भेद .. 629) तिर्छा लोक में संसारी जीवों के कितने भेद पाये जाते हैं ? उ. मनुष्यों के 303 भेद * तिर्यंच के 48 भेद ... व्यंतर देव के 16 भेद वाणव्यंतर देव के 16 भेद तिर्यग्नुंभक के 20 भेद * ज्योतिष्क के 20 भेद 423 भेद 630) उर्ध्वलोक में जीवों के कितने भेद पाये जाते हैं ? उ. तिर्यंचों के 46 भेद (बादर तेउकाय के दो भेद नहीं होते) किल्बिषिक देवों के 6 भेद वैमानिक देवों के 24 भेद नवलोकान्तिक देवों के 18 भेद नवग्रैवेयक देवों के 18 भेद अनुत्तर वैमानिक देवों के 10 भेद . कुल 124 भेद 631) लोक के अन्त भाग में, सातवीं नरक के नीचे एवं मुट्ठी में कितने भेद पाये जाते हैं ? उ. सभी में 12-12 भेद पाये जाते हैं। पृथ्वीकायादि पांच सूक्ष्म और बादर वायुकाय, ___ यह छह भेद पर्याप्ता-अपर्याप्ता की अपेक्षा से कुल बारह होते हैं। 632) बारह देवलोकों में जीवों के कितने भेद पाये जाते हैं ? उ. तीन किल्बिषिक देवों के - 6