Book Title: Agam 30 Mool 03 Uttaradhyayana Sutra Part 02 Sthanakvasi Author(s): Ghasilal Maharaj Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar SamitiPage 14
________________ ३३०-४६२ ३३०-३३६ ३३७-३४६ ३४७-३४८ ३४९-३५० ३५५-३५६ नवम अध्ययन ८५ नमिचरित ८६ युगबाहु दृष्टांत ८७ मदनरेखाका दृष्टान्त ८८ पुष्पशिख और नखशिखका वर्णन ८९ पद्यरथका दृष्टान्त ९० दृढव्रता साध्वीके उपदेशका वर्णन ९१ नमिराजाके हाथीके पलायन (भगने ) की कथा ९२ नमि और चन्द्रयशके युद्धप्रस्तावका वर्णन ९३ नमि और चन्द्रयशके युद्धको रोकने के लिये मदनरेखा साध्वीके विहारका वर्णन ९४ नमि और चन्द्रयशका मिलन ९५ नमिराजाके दाहज्वरका वर्णन ९६ नमिराजके वैराग्यका वर्णन ९७ नमिराजके प्रव्रज्यागृहणका वर्णन ९८ नमि और इन्द्रका संवाद ९९ इन्द्रकृत नमिराजर्षिस्तुति १०० अध्ययनका उपसंहार दशवें अध्ययन १०१ निश्चल प्रव्रज्या शिक्षामें साल महासालका दृष्टान्त १०२ जम्बूस्वामीके प्रति सुधर्मस्वामी का उपदेश ग्यारहवाँ अध्ययन १०३ अबहुश्रुतमें कारणपंचकका वर्णन १०४ बहुश्रुत बननेमें आठ कारणका वर्णन १०५ अविनीतके चौदह कारणोंका वर्णन १०६ विनीतके पन्द्रह कारणोंका वर्णन १०७ विनीतके लक्षणका वर्णन १०८ शादिकके दृष्टान्तसे बहुश्रुतकी प्रशंसा ३५६-३५८ ३५९-३६० ३६१-३६२ ३६३-३६४ ३६५-३६९ ३७०-४५२ ४५३-४५९ ४६०-४६२ ४६३-४६९ ४६९-५१६ ५१७-५२० ५२१-५२२ ५२३-५२८ ५२९-५३४ ५३५-५३६ ५३७-५६१ ઉત્તરાધ્યયન સૂત્ર : ૨Page Navigation
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