Book Title: Khartargaccha Sahitya Kosh
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 562
________________ ६७२३. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-लौद्रवपुर सहस्रफणा, गीत __स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-चालउ लौद्रवपुरे... गा. २', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १५४ ६७२४. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-लौद्रवपुर सहस्रफणा, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-लौद्रवपुरइ आज महिमा घणी... गा. ९', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १५३ ६७२५. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-वरकाणा मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-जागतउ तीरथ तूं वरकाणा... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७९ ६७२६. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-शंखेश्वर मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-संखेसरउ रे जागतउ तीरथ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १६४ ६७२७. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-शंखेश्वर मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-सकलाप पार्श्व संखेसरउ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १६४ ६७२८. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-शंखेश्वर मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि साचउ देवतउ संखेसरउ... गा.५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ.१६५ ६७२९. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-शंखेश्वर मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-परचा पुरइ पृथ्वी तणा... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १६३ ६७३०. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ गीत-शामला मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-साचउ देवतउ ए सामलउ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७७ ६७३१. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-सिकंदरपुर चिंतामणि, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-स्यामल वरण सुहामणो रे... गा. ४', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १७१ ६७३२. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-सेरीसा मण्डन, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, आदि-सकलाप मूरति सेरीसइ... गा. ३', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ.१६९ ६७३३. समयसुन्दरोपाध्याय / सकलचन्द्रगणि, पार्श्वनाथ स्तवन-स्तम्भनपुर, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-बेकर जोडी वीनवु रे... गा. ५', मु., समयसुन्दर कृति कुसुमाञ्जलि, पृ. १५९ 492 खरतरगच्छ साहित्य कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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