Book Title: Khartargaccha Sahitya Kosh
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 628
________________ क्रमांक कर्ता नाम क्रमांक | कर्ता नाम राजिंद ५९५१ १८४३, १८४८,१९०६, १९०९, १९१४, १९१७, राजेन्द्र कुमार श्रीमाल ७३८४ १९३४, १९९०, २११६, २२५१, २२७३, २३६५, राजेस ५९५२ २४७२, २५५६, २७७९, २७८२, २७९१, राधा शाह ५९५३ ६००१-६०२३ रामचन्द्रगणि ११८,३३२,८५७, १४०८, १९४५, | लक्ष्मीविनयोपाध्याय ६५, १०४२, २००८ २१४१, २२७७, २३२३, २३८३, २७०७, २९१५, लक्ष्मीसेन/लक्ष्मीवल्लभ उ. ३९१ २९१७,५९५४-५९६६ लक्ष्मीसेन/हम्मीर २७८६ रामदेवगणि १३१ लक्ष्यपूर्णाश्री ६०२५,६०२६ रामविजयोपाध्याय (रूपचन्द) ७०,८६, ३०४, | लखपत , २०२३ ३६२, ३९३, ५५४, ६११, ६३०, ७२४, ८९८, लखमसी ६०२७ ९८१, १२५९, १२६८, १६०३, १६०४, १९७५, | लता बोथरा . . ७३८५-७३९१ २१३५, २३०५, २४०१,२४३२, २४७०, २४९९, | लब्धिकल्लोलोपाध्याय/लक्ष्मीकल्लोलणि २२८१ २५५५, २५५९, २७१६, २८०६, २८२१, २८७५, | लब्धिकल्लोलोपाध्याय/विमलरङ्गगणि ४५८, २९०६, २९४३,५९६८-५९९० ६१५,९१९, ६०३१-६०८७ रायचन्द्रगणि ११२, ३७४, २३९१ | लब्धिचन्द्र ८४९ रूपभद्र लब्धितिलकोपाध्याय १०३९ रूपलक्ष्मी ५९९१ | लब्धिनिधानोपाध्याय १७२,७३०, १८०२, रूपहर्ष २६१५ लक्ष्मण ५९९३ लब्धिमुनि उ. १२२, १४१, ३५०,४६६, ४९८, लक्ष्मीकीर्तिगणि ६०७,५९९४,५९९५ ६२४, ६८८,७३५, ९००, ९०६, ९१४, ९१५, लक्ष्मीचन्द्रगणि/बालचन्द्रसूरि ५४६ ९२१, ९३४,९५९, ९६०, ९६१,९६४,९६५, लक्ष्मीचन्द्रगणि/देवचन्द्रसूरि रुद्रपल्लीय. २७६६ ९६६, ९६७, ९७१, ९७२, १०६०, १०६३, लक्ष्मीचन्द्रगणि/रत्नजयगणि २९१९ १११४, ११६१, ११६५, १२६५, १२६६,१३७२, लक्ष्मीचन्द्रगणि . २५४७,२६४६ १७९१, २१०५, २१७९, २१८०,२१८१, २१८९, लक्ष्मीचन्द भंसाली ५९९६,५९९७,५९९८ २२६४, २३२९, २४३८, २४३९, २५२९, २५६६, लक्ष्मीतिलकोपाध्याय १७८१, २५९१, २६८१ २५६७, २७०२, २९६०, २९६१, ३००६,३०२२, लक्ष्मीप्रभोपाध्याय ७६,१६६९, २१५१,५९९९, ६०२८-६०३० ६००० लब्धिराजगणि २६४९ लक्ष्मीरत्नोपाध्याय आद्यपक्षीय ४०४,६०२४ | | लब्धिविमल २५८८ लक्ष्मीलाभ लघुखरतर २००९ | लब्धिशेखर ६०९१ लक्ष्मीवल्लभोपाध्याय ६६,७१, ३४९, ४१०, लब्धिसागर १२१०,१६६५ ४२१, ४४५, ४६३, ७५३, ७८६, ८०९, ८९९, लब्धिसेन ६०९२ १२०२, १२०३, १२६१, १३५६,१६०५, १६०६, | लब्धोदय ६०९३,६०९४ ५९९२ ५५८ प्रथम परिशिष्ट Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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