Book Title: Khartargaccha Sahitya Kosh
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy

View full book text
Previous | Next

Page 678
________________ ४८६५. श्रावक ऊठे तुं परभाति... ६८३४. श्रावक ना व्रत सुण जो बार... ६८३५. श्रावक नी करणी सांभलउ... ४६३४. श्रावक सहु कोई आगलि... ६२५८. श्रावक सहुको हुवा आगलि... ४४७३. श्रावण आज सहामणो.... ४८९०. श्रावण आयउ वालहा... ४८९३. श्रावण आयउ साहिबा रे... ४१९७. श्रावण जलहर आज ही... ४७३१. श्रावण पावस ऊलस्यो सखी... ३२६७. श्रावण बूंद सुहाई संयोगणि... ४३०१. श्रावण मइ प्रीयउ संभरअइ ५७९८. श्रावण मास सुहामणो... ६५८९. श्रावण मास सोहामणो... ६९६२. श्री अकबर बहुमान... ४५१४. श्री अरदिक्षा नमिजिन महिमा... ३९८८. श्री अरिहंत अनत कान्ति... ३६१२. श्री अरिहंत उदार कांति... ३९३६. श्री अरिहंत ना बार गुण... ६५८२. श्री आचारिज कइयइ आवस्यइ... ४००८. श्री आदिश्वर सेवियइ.... ४५३०. श्री आदीश्वर भेटियइ... ३५३०. श्री आदीश्वर साहिब सेवियै... ५७०५. श्री आदीश्वर सेवियइ... ५५५८. श्री आदीसर भेटियइ... ६४६६. श्री आदीसर भेटियउ... ५५५३. श्री आदीसर सामी... ४०४४. श्री आदीसर सेवियइ...' ५५१४. श्री उपकारी गुरुदेव... ४७७५. श्री कलिकुण्उ जुहारीयइ... ३६८२. श्री कीत्तिरतनसूरि के पय नमउ... ३७९९. श्री कीर्तिरत्नसूरींद तणी... ५८६३. श्री कुशल सूरींद... ५३०९. श्री केलासपुराधिप विजयी... ४७३६. श्री खंभाइत पास नमुं सदा... ६४०१. श्री खरतरगच्छ गुणनिलउ... ३७४५. श्री खरतरगच्छ मंडणउ... ६७९०. श्री खरतरगच्छ राजीयउ रे... ४०८८. श्री खरतरगच्छ सिरतिलो..... ३६८५. श्री गउडि प्रभु पासु ए... ४७८३. श्री गउडीचा पास हाँ रे... ३६५२. श्रीगच्छनायक सेवियइ रे... ५९२१. श्री गणधर गुरु... ५५७०. श्री गुरुको प्रतिबोध इसो... ३७९१. श्री गुरुदेव दयाल... ४१३२. श्री गुरुवर दरसण... ६५९२. श्री गोतम गुरु पास नमी... ५३६२. श्री गोयम गणधर प्रणमी करी... ४७८२. श्री गौडीचा पास जी वाल्हेसर... ४४४१. श्री गौडीपुर सिरतिलो....... ५५९१. श्री गौडीपुर सिरतिलो... ३५७८. श्री गौडी प्रभु पासजी... ४१४१. श्री गौडी प्रभु पास नमी जे.... ३६८७. श्री गौतम प्रह समि ध्यावउ... ४६६२. श्री चन्द्रप्रभ स्वामी शिवगामी.. ३९२५. श्रीचन्द्रप्रभु साहिबा... ४७८४. श्री चारुपई पास जी... ३१८३. श्री चिंतामणि जिण जगचंद... ५०२४. श्री चिन्तामणि पार्श्वेश... ३१८४. श्री चिंतामणि पास की मैं पूज... ३५७९. श्री चिंतामणि पासजी... ३९४३. श्री चिंतामणि पासजी दरसण पायो... ३९८३. श्री चिंतामणि पास जी मारा प्रभुजी हो राज... ४४४६. श्री चिन्तामणि पास नमो नित... ३१८५. श्री चिंतामणि पास प्रभु जी... ३१८६. श्री चिंतामणि साचौ साम... . ३१८७. श्री चिंतामणि साम है साचौ... ३५८०. श्री चिंतामणि स्वामजी... ७०२५. श्री जगगुरु पय वंदीयइ... ४४१८. श्री जगजीवन जगत्र गुरु... ५५०३. श्री जिनकुशल... ४२३४. श्री जिनकुशल कुशल कारण सदारे... ६१२५. श्री जिनकुशल को... | ६१४१. श्री जिनकुशल को ध्याइये... ६०८ Jain Education International तृतीय परिशिष्ट For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692