Book Title: Khartargaccha Sahitya Kosh
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 584
________________ ७०३३. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, 'आदि-अरज सुणो वामाजू के नन्द... गा. ४', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३१२२५ (११८) ७०३४. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, पार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, 'आदि–निजनंदन हुलरावे वामादेवी... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २८९८९ (१) ७०३५. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, महावीर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, आदि-माई मेरो मन तेरो नन्द हो... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २८९८९ (२) ७०३६. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, महावीर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, 'आदि-जिन चरण चित्त ___ मोहयौ री मेरा... गा. ४', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २८९८९ (५) ७०३७. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, महावीर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, आदि-ये है वीर जिणंद री पावापुर में... गा. ४', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २८९८९ (४) ७०३८. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, महावीर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, 'आदि-वरषत वचन मीठो सुगुरु मेरो... गा. ५', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर २८९८९ (६) ७०३९. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, सुपार्श्वनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, आदि-देख्यो री मुख चन्दा... गा. ४', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३१२२५ (१३६) . ७०४०. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, सुमतिनाथ स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, 'आदि-प्रभु जी जो ___तुम तारक नाम धरायो... गा. ४', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३१२२५ (५९) ७०४१. हर्षचन्द्र / रूपहर्ष, सम्मेतशिखर स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, २०वीं, 'आदि-शिखर समेत वसे हो विमल जिन... गा. ४', अ., ह. रा.प्रा.वि.प्र., जोधपुर ३१२२५ (१२०) ७०४२. हर्षनन्दन वादी / समयसुन्दरोपाध्याय, गौडी पार्श्वजिन स्तवनं, गीत स्तवन, राजस्थानी, १६८३, अ. ७०४३. हर्षनन्दन वादी / समयसुन्दरोपाध्याय, यु. जिनचन्द्रसूरि स्तवन, गीत स्तवन, राजस्थानी, ___ १७वीं, आदि-नमो सूरि जिनचन्द... गा. ४', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ४५२, ऐतिहासिक जैन काव्य संग्रह, पृ. १२३ ७०४४. हर्षनन्दन वादी / समयसुन्दरोपाध्याय, जिनदत्तसूरि गुण छन्द, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-जोगीश्वर जिण... गा. ११', मु., दादागुरु भजनावली, पृ. ३५ ७०४५. हर्षनन्दन वादी / समयसुन्दरोपाध्याय, जिनसागरसूरि अन्योक्ति गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-कलियुग खोहउ कवियण कर... गा. ५', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ७०४६. हर्षनन्दन वादी / समयसुन्दरोपाध्याय, जिनसागरसूरि गुरु गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, ___ १७वीं, 'आदि-आज बधावउजी गाईयई... गा. ७', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि ७०४७. हर्षनन्दन वादी / समयसुन्दरोपाध्याय, जिनसागरसूरि गुरु गीत, गीत स्तवन, राजस्थानी, १७वीं, 'आदि-आठ वरसे बालकनइ रे... गा. ४', अ., ह. विनय. प्रतिलिपि 514 खरतरगच्छ साहित्य कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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