Book Title: Khartargaccha Sahitya Kosh
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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क्रमांक
कर्त्ता नाम धर्मवर्द्धनोपाध्याय
७१, ८२, १२०, १८४, २७६, ६६१, ७८४, ८१८, ८३२, ८३९, ८९६, १०८३, ११००, १२४८, १३२०, १३६२, १४०२, १५६४, १५६५, १५६६, १५६७, १५६८, १५६९, १५७०, १५७१, १५७२, १५७३, १५७४, १८०५, १८५३, १९०७, १९१३, १९१९, २०९९, २१००, २२७९, २४६८, २५८१, २६११, २६५१, २७१३, २७१९, २८२८, २८५५, ३००५, ५१७७-५३०० धर्मसमुद्रगणि
७७, ९२, ४५३, ८८०, १७९०,
२५५०, २९८२, ५३०१
१८७९, ५३०२, ५३०३
१९२०
५३०४
७३१३
५२५, २५०९, २६७४,
२९४७, ५३०५
१७९६, ५३०६, ५३०७
५३०८ ९९, ७१९ ९७८
१०४, ४३३, ४७१, ५८४, ६०३,
८१०, १३९९, १७४४, २१२९, २४२१, ३०८२,
३०८३, ५३०९-५३१७
धर्मसुन्दरोपाध्याय
धीर
नगराज
नगेन्द्र
नन्दलाल पाठक
नयकुञ्जरोपाध्याय
नयनभद्र
नयप्रमोदगणि
यमेरु
नयरङ्ग वाचक
नयविजय वाचक
२९४२
नयविलासोपाध्याय
२३१२
नरसिंहोपाध्याय
५३१८, ५३१९
नरसुन्दरगणि
नवलराय सेवग
१९९८ ५३२०, ५३२१ ५३२२ नेमिचन्द्र भण्डारी ९७४, १५७५, २५१२, २७३९
नित्यविजय
नैणसी पाठक
५३२३, ५३२४
नैनसिंह
१२८०
५३२५
न्यायराज
५५४
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कर्त्ता नाम
न्यायसुन्दर - आज्ञासुन्दर
पंकज नाहटा
पदमकुमार
पदमचन्द
पद्म
पद्म कवि
पद्मकुमार
पद्मचन्द्र/पद्मरङ्गगणि पद्मचन्द्र / जिनचन्द्रसूरि बेगड़ पद्मनिधान
पद्मप्रभसूर
पद्ममन्दिरगणि
पद्ममन्दिरगणि
पद्मरत्न
११
पद्मराजगणि ६२, २६७, ४७९, ५९६, ६६२, ९९३,
१५७६, १५७९, २००२, २८०५, २८६६, ३०२६, ५३३४- ५३७१
पद्मलाभ
पद्मसुन्दरगणि
पद्मानन्द
पद्मोदय
परमाणंद
परमानन्द
पल्ह कवि
पहराज कवि
पुण्य
पुण्यकीर्त्तिण
क्रमांक
२४१५
५३२६
५३२७
५३२८
५३२९-५३३१
५३३२
२१४३
-८६४
१२२३, १९८३
५३३३
२१३३
२८३
५३४, ५५६, ११२४,
१४१४, १७९७
पुण्य तिलकोपाध्याय पुण्यनन्दीगणि
पुण्यनिधानगण
पुण्यभुवन
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१०८७
१७९८
२४९२, २४९३
१४०, ९२९, ५३७२, ५३७३
११३२
२८३२
९३२, १३८३
९९७
५३७४
८३, ४४०, ८२८, ८२९, ११७१, १६७०, १८६०, २०३१, २२९१
६१४, १२३२ २२८६ १
३६
प्रथम परिशिष्ट
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