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मागाओं में स्वामित्व प्रदर्शक यन्त्र
पर्याप्त मनुष्य तथा मन, वचन होग सहित बारिक फाययोग क
-स्वामित्व
सामान्य बन्धयोग्य १२० प्रकृतियों (बंधाधिकार में बताये गये अनुसार)
गुणस्थान - १४
गु०क्र०] बन्धयोग्यं
११७
१०१
६ε
9 F
६७
६३
:
अबब
३ तीर्थंकर नाम आहारकशरीर आहारक अंगो
पांग
X
१ देवायु
X
x.
X
पुनः बन्ध
X
तीर्थकर नाम,
देवायु
X
वन्ध-विच्छेद
नरकगति ( ९ ) से सेवा Har (२४) सक १६
अनन्तानुबन्धी htt (२५) से वऋषभनाराच संहनन (५५) तक ३१
१६७
X
"
अप्रत्याख्यानावरण कोष,
मान, माया, लोभ
वन्धाधिकार के समान
=४
६/७