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एकेन्द्रिय, विकलेन्द्रिय, पृथ्वीकाय, जलकाय और वनस्पतिकाय का बन्ध - स्वामित्व - यन्त्र । गुणस्थानों के
नाम
ओघ से
मिथ्यात्व में
सास्वादन में
बन्ध्य-प्रकृतियाँ
अबन्ध्य-प्रकृतियाँ
१०९
여겼
ov ov
११
२४
२६
विच्छेद्य-प्रकृतियाँ
०
শতু
०
ज्ञानावरणीय
५
५
५
दर्शनावरणीय
vo
वेदनकर्म
४
४
~
मोहनीय कर्म
२६
२६
२४
आयुकर्म
r
८०
नामकर्म
५८
५८
४७
गो
४
~
अन्तरायकर्म
५
ত
५
मूल-प्रकृतियाँ
७-८
2-61
७-८
कर्मग्रन्थभाग- ३
१७३