Book Title: Karmagrantha Part 1 2 3 Karmavipaka Karmastav Bandhswamitva
Author(s): Devendrasuri, Sukhlal Sanghavi
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 310
________________ संख्या ग्रन्थ- नाम ४. षडशीति षडभाष्य षडभाष्य वृत्ति षडवृत्ति षडवृत्ति षडप्रा. वृत्ति षडविवरण षडउद्धार अवचूरि ५. शतक गा. १११ गा. २४ शतक भाष्य शतक भाष्य गा. २४ शतक बृहद्भाष्य श्लो. १४१३ शतक चूर्णी श्लो. २३२२ श्लो. शतक वृत्ति ३७४० ६. सप्ततिका सप्तभाष्य सप्तचूर्णी सप्तप्रा. वृत्ति सप्तवृत्ति सप्तभाष्यवृत्ति सप्तटिप्पन सप्तअवचूरि ४. सार्द्धशतक सार्द्धभाष्य सार्द्धचूर्णि सार्द्धवृत्ति परिशिष्ट कर्मग्रन्थ भाग - १ सार्द्ध प्रा. वृत्ति सार्द्धवृत्तिटिप्पन परिमाण गा. ८६ गा. २३ गा. ३८ श्लो. ८५० श्लो. २१४० श्लो. १६३० Jain Education International श्लो. ७५० पत्र ३२ श्लो. १६०० श्लो. ७०० शतक टिप्पन शतक अवचूरि पत्र २५ गा. ७५ गा. १९१ पत्र १३२ श्लो. २३०० श्लो. ३७८० श्लो. ४१५० श्लो. ५७४ देखो नव्य कर्म ग्रन्थ की अव गा. १५५ जिनवल्लभगणि गा. ११० अज्ञात श्लो. २२०० मुनिचन्द्रसूरि श्लो. ३७०० धनेश्वरसूरि कर्त्ता जिनवल्लभगणि अज्ञात अज्ञात हरिभद्रसूरि मलयगिरिसूरि यशोभद्रसूरि श्लो. ९७४ रामदेव मेरुवाचक अज्ञात अज्ञात शिवशर्मसूरि अज्ञात अज्ञात चक्रेश्वरसूरि अज्ञात मलधारी श्री हेमचंद्रसूरि उदयप्रभसूर गुणरत्नसूर चन्द्रर्षिमहत्तर अभयदेवसूर अज्ञात चन्द्रर्षिमहत्तर मलयगिरिसूरि मेरुतुंगसूरि रामदेव गुणरत्नसूरि दाङ १५१ चक्रेश्वरसूर श्लो. १४०० अज्ञात रचना- समय वि. १२वीं श. अज्ञात अज्ञात वि.सं. १९७२ वि. १२-१३वीं श. वि. की १२वीं श. का अन्त वि. १२वीं श. अज्ञात अज्ञात अज्ञात अनु. वि. ५वीं श अज्ञात अज्ञात वि.सं. ११७९ अज्ञात वि. १२वीं श. For Private & Personal Use Only २३९ वि. १३वीं श. वि. १५वीं श. अचु.वि. ७वींश. वि. ११-१२वीं श. अज्ञात अनु. ७वीं श वि. १२-१३वीं श. वि.सं १४४९ वि.की १२वीं श. वि. १५वीं. श. वि. १२वीं श. अज्ञात वि.सं. ११७० वि.सं. १९७१ अज्ञात अज्ञात www.jainelibrary.org

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